सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर. राजधानी में पीलिया ने दस्तक दे दी है. बीते एक हफ्ते के दौरान मोवा इलाके से पीलिया के करीबन दर्जनभर मरीज सामने आए हैं, जिनका निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है.
गर्मी के आगमन के साथ ही दूषित पानी की समस्या बढ़ने के साथ पीलिया का खतरा बढ़ जाता है. इस बार भी पारा बढ़ने के साथ पीलिया के मरीज सामने आने लगे हैं. मोवा इलाके में अब तक करीबन दर्जनभर पीलिया के मरीज सामने आए हैं. जो अपना इलाज निजी अस्पतालों में करा रहे हैं. बीते साल भी मोवा बस्ती में पीलिया के प्रकोप को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग को शिविर लगाना पड़ा था, जिसमें दो सौ से ज्यादा सेंपल में आधे मरीजों के ब्लड सैंपल में पीलिया के लक्षण मिले थे.
लगता है बीती घटनाओं से निगम ने कोई सीख नहीं ली है, जिसकी वजह से मोवा इलाके में एक बार फिर से पीलिया के मरीज सामने आने लगे हैं. दरअसल, विधानसभा के बाद लोकसभा चुनाव से निगम का अमला उबर नहीं पाया है, जिसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है. अगर समय रहते निगम का अमला नींद से नहीं जाता तो एक बार फिर से बीते सालों की कहानी दोहराई जाएगी, जिसमें अनेक मासूम लोगों की जान जा सकती है.
खान-पान का रखें ध्यान
डॉ. अनिमेष चौधरी ने बताया गर्मी के दिनों में जल स्तर गिरने से पानी में गंदगी बढ़ जाती है. दूषित पानी पीने से पीलिया का प्रकोप होता है. वहीं प्यास लगने पर कहीं का भी पानी (दूषित) पी लेने पर यह समस्या देखने को मिलती है. पानी की कमी की वजह से नल से गंदगी भी साथ आने लगती है, जो खुली आंखों से दिखाई नहीं देता, लेकिन हमारे स्वास्थ्य पर गहरा असर डालता है.