Rajasthan News: राजस्थान की राजनीति में शुक्रवार को एक बड़ा घटनाक्रम सामने आया जब कांग्रेस से निष्कासित पूर्व मंत्री अमीन खान ने भाजपा के वरिष्ठ नेता राजेंद्र राठौड़ से उनके जयपुर आवास पर मुलाकात की। यह भेंट पश्चिमी राजस्थान की सियासी ज़मीन को हिला देने वाली मानी जा रही है, क्योंकि अमीन खान क्षेत्र के अल्पसंख्यक समुदाय में एक प्रभावशाली चेहरा माने जाते हैं।

कांग्रेस से दूरी, भाजपा से नज़दीकी?
लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त पाए जाने पर कांग्रेस ने अमीन खान को छह वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया था। इसके बाद से ही वे पार्टी के भीतर से अपनी वापसी की कोशिशें कर रहे थे। हाल ही में बाड़मेर में उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, सचिन पायलट और पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से मिलने की कोशिश की, लेकिन रूट बदल जाने के कारण मुलाकात संभव नहीं हो पाई। इससे नाराज़ उनके समर्थकों ने कांग्रेस नेता हरीश चौधरी और स्थानीय सांसद पर साजिश के आरोप लगाए।
गहलोत के बाद राठौड़ से मुलाकात ने बढ़ाई चर्चाएं
गुरुवार को जयपुर में अमीन खान ने अशोक गहलोत से भेंट की थी, और शुक्रवार को भाजपा नेता राठौड़ से उनकी मुलाकात ने सियासी हलचल को और तेज कर दिया है। राजनीतिक जानकार मान रहे हैं कि यह घटनाक्रम अमीन खान की नई राजनीतिक राह का संकेत हो सकता है।
क्या भाजपा की ओर हो रहा है रुख?
माना जा रहा है कि अगर अमीन खान भाजपा में शामिल होते हैं, तो यह कदम पश्चिमी राजस्थान की राजनीति में एक बड़ा समीकरण बदल सकता है। अल्पसंख्यक समुदाय में उनकी पकड़ को देखते हुए, भाजपा को इससे लाभ मिल सकता है। वहीं कांग्रेस के लिए यह एक और बड़ा झटका साबित हो सकता है।
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