Rajasthan Politics: राजस्थान की राजधानी जयपुर में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की नियुक्ति को लेकर उठ रहे सवालों पर बड़ा बयान दिया है। नड्डा ने साफ किया कि यह कोई राजनीतिक जोड़-तोड़ या सत्ता का समीकरण नहीं, बल्कि भजनलाल शर्मा की विचारधारा के प्रति निष्ठा और संगठन के प्रति समर्पण का परिणाम है।

भाजपा में पद नहीं, परिश्रम मायने रखता है

जेपी नड्डा ने कहा कि भाजपा ऐसे समर्पित और जमीनी कार्यकर्ताओं को आगे लाती है जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने में जुटे रहते हैं। उन्होंने भजनलाल शर्मा को पार्टी की रीढ़ बताते हुए कहा कि “जो कार्यकर्ता संगठन के लिए अपना जीवन समर्पित करते हैं, उन्हें ही भाजपा नेतृत्व सौंपती है।”

कांग्रेस से तुलना: पहले शासन स्वार्थ का था, आज सेवा का है

अपने संबोधन में नड्डा ने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए भाजपा और कांग्रेस की कार्यशैली की तुलना की। उन्होंने कहा, पहले की सरकारें स्वार्थ के लिए सत्ता में आती थीं, लेकिन भाजपा की सरकारें जनसेवा और जनकल्याण के लिए काम करती हैं। जनता के सामने अब साफ विकल्प है दिन और रात जैसा फर्क है।

विपक्ष के आरोपों को बताया ‘बेबुनियाद’

राज्य में सरकार बनने के बाद से विपक्ष की ओर से बार-बार यह सवाल उठाया जा रहा था कि राजनीतिक अनुभव की तुलना में किस आधार पर भजनलाल शर्मा को मुख्यमंत्री बनाया गया? नड्डा ने इस पर कहा, भाजपा में पद पाने की सीढ़ी वंशवाद या जोड़-तोड़ नहीं, बल्कि मेहनत और निष्ठा होती है। भजनलाल शर्मा का नेतृत्व इसी सिद्धांत का प्रमाण है।

राजस्थान भाजपा के लिए संदेश

जेपी नड्डा का यह बयान न सिर्फ विपक्ष के आरोपों को काटता है, बल्कि भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए भी एक स्पष्ट संदेश है – कि पार्टी में समर्पण, विचारधारा और संगठन के प्रति निष्ठा ही आगे बढ़ने का रास्ता है।

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