Chardham Yatra 2025: हर वर्ष की तरह, इस बार भी चारधाम यात्रा श्रद्धालुओं के लिए आध्यात्मिक अनुभूति का केंद्र बनी हुई है. 29 अप्रैल से शुरू हुई इस यात्रा में लाखों श्रद्धालु उत्तराखंड की हिमालयी वादियों में स्थित बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के दर्शन के लिए पहुँच रहे हैं.

चारधाम यात्रा को हिंदू धर्म में मोक्ष प्राप्ति का मार्ग माना गया है. मान्यता है कि इन चारों तीर्थों की यात्रा जीवन के पापों से मुक्ति और आत्मिक शुद्धता प्रदान करती है. यही कारण है कि देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु हर वर्ष इस कठिन लेकिन पुण्यदायी यात्रा में भाग लेते हैं.

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इस वर्ष अब तक 5.5 लाख से अधिक तीर्थयात्री चारों धामों में पहुंच चुके हैं. अभी भी अवसर उपलब्ध है. चारधाम यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण अनिवार्य है. यदि आपने अभी तक पंजीकरण नहीं करवाया है, तो चिंता न करें. जून और उसके बाद की तिथियों के लिए स्लॉट अभी भी उपलब्ध हैं. उत्तराखंड सरकार की आधिकारिक वेबसाइट या मोबाइल ऐप के माध्यम से कुछ ही मिनटों में पंजीकरण किया जा सकता है.

उत्तराखंड सरकार ने चारधाम यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण को अनिवार्य कर दिया है. प्रत्येक धाम के लिए प्रतिदिन की पंजीकरण सीमा निर्धारित की गई है: (Chardham Yatra 2025)

  • बद्रीनाथ: 20,000 यात्री प्रति दिन
  • केदारनाथ: 18,000 यात्री प्रति दिन
  • गंगोत्री: 11,000 यात्री प्रति दिन
  • यमुनोत्री: 9,000 यात्री प्रति दिन

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