हेमंत शर्मा, इंदौर। इंदौर के चर्चित ज़मीन घोटाले में गिरफ्तार हुए भाजयुमो के पूर्व उपाध्यक्ष कपिल गोयल ने पुलिस पूछताछ में बड़ा खुलासा किया है। जानकारी के मुताबिक, रिमांड के दौरान कपिल ने लसूडिया थाना पुलिस को दिए बयान में कहा कि एमजी रोड में जो धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ था उसे मामले में बिजनेस शुरू करने के लिए 2 करोड रुपए की राशि सौगात मिश्रा ने ली थी और साथ में बिजनेस शुरू करने की बात कही गई थी उसे इस पूरे खेल में जानबूझकर फंसाया गया है। सूत्रों की मानें तो कपिल गोयल ने नगर उपाध्यक्ष की पोस्ट हासिल करने के लिए भी एक राजनीतिक व्यक्ति को मोटी रकम देने की बात कही है। हालांकि राजनीतिक दबाव में पुलिस सौगात मिश्रा से पूछताछ करने में पीछे हट सकती है लेकिन एमजी रोड पुलिस में सौगात मिश्रा ने अपने बयान दिए हैं कि यह पूरा पैसा कपिल गोयल ने उसके बिना जानकारी के लिया था।
READ MORE: ‘इसलिए तो उन्हें पप्पू कहते हैं…’, राहुल गांधी पर भड़के CM डॉ मोहन यादव, PM मोदी को लेकर कांग्रेस नेता ने दिया था ये बयान
lalluram.com के साथ बातचीत करते हुए सौगात मिश्रा ने बताया कि कपिल गोयल ने जो बयान दिए हैं उसे आप कैसे सच मान सकते हैं। मैंने उसके खिलाफ बयान दिए थे इसलिए उसने मुझे फंसाने के लिए इस तरह का बयान दिया है। हालांकि पुलिस कस्टडी में दिए गए बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई हैं। भारतीय जनता युवा मोर्चा के संगठन को अब इस पूरे मामले की तहकीकात करना चाहिए जिसके बाद युवा मोर्चा में हो रहे भ्रष्टाचार की पोल खुल सके। हालांकि अब देखना होगा क्या भाजपा युवा मोर्चा युद्ध भ्रष्टाचार की पोल खोल कर घूसखोर नेताओं पर कोई कार्रवाई करता है या नहीं।
49 लाख की ठगी का मामला: फर्जी दस्तावेज और रजिस्ट्री से की गई जालसाजी
लसूड़िया पुलिस ने कपिल गोयल को ज़मीन से जुड़े 49 लाख की ठगी और नकली दस्तावेजों के आधार पर की गई फर्जी रजिस्ट्री के मामले में गिरफ्तार किया था। पुलिस के मुताबिक, कपिल और उसके साथियों ने पीड़ित नरेंद्र माहेश्वरी को विस्तारा टाउनशिप में प्लॉट दिलाने का झांसा देकर करोड़ों की ठगी की।
पुलिस ने बताया कि कपिल ने नरेंद्र को नकली अलॉटमेंट लेटर दिया और फिर प्लॉट की लोकेशन बदलकर बाबाजी नगर एक्सटेंशन में एक अन्य ज़मीन दिखा दी। प्लॉट की बढ़ी हुई कीमत बताकर सौदे का एक हिस्सा अपने पिता के नाम कराने की बात कहकर और अधिक रकम वसूली गई।
नकली रजिस्ट्री के जरिए दस्तावेज तैयार, तीन आरोपी अब भी फरार
कपिल ने इस साजिश में अपनी पत्नी दीपाली गोयल, अभिषेक राठौर उर्फ प्रबल पटौदी और शुभम मालवीय को भी शामिल किया था। पुलिस जांच में पता चला कि नरेंद्र की मुलाकात कपिल ने अभिषेक से करवाई, जिसे जमीन का मालिक बताया गया था। सौदा पीयू-4 इलाके के एक दफ्तर में तय किया गया था, जहां फर्जी दस्तावेज तैयार कर रजिस्ट्री करवा दी गई। जब नरेंद्र को इस घोटाले की भनक लगी, तो उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद मार्च 2025 में मामला दर्ज किया गया था। अब कपिल की गिरफ्तारी के बाद फरार तीनों आरोपियों की तलाश तेज कर दी गई है।
पहले से भी हैं कई आपराधिक रिकॉर्ड
पुलिस के अनुसार, कपिल गोयल के खिलाफ पहले भी कई ठगी और धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं। एमजी रोड थाने में भंवरकुआं क्षेत्र से जुड़ी दो करोड़ रुपये की फर्जी डील का केस चल रहा है, जिसमें उसकी पत्नी भी सह-आरोपी है। खुड़ैल थाने में भी कपिल पर एक और धोखाधड़ी का मामला दर्ज है। 17 में से 23 में तक लसूडिया पुलिस के पास कपिल गोयल रिमांड पर था इसके बाद 23 में से 29 में तक खोडल पुलिस ने कपिल गोयल का रिमांड लिया था जिसके बाद से अब कपिल गोयल जेल में बंद है।
Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें