आशुतोष तिवारी,जगदलपुर। जिले के डिमरापाल मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने एक युवक को नया जीवन दिया है. उसकी रीढ़ की टूटी हुई हड्डी का सफल ऑपरेशन किया है. पहले युवक के दोनों पैर काम करना बंद कर दिया था, अब वो अपने पैरों पर खड़े होकर चल सकेगा. डॉक्टरों की टीम का यह इस तरह का पहला सफल ऑपरेशन है.
रिस्क लेकर किया ऑपरेशन
हड्डी रोग विभागध्यक्ष डॉ सुनीत पॉल ने बताया कि काम करने के दौरान ऊंचे पुलिया के ऊपर से नीचे गिर गया, जिसकी वजह से मरीज भीम कर्तामी की रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर हो गया था. फ्रैक्चर होने के बाद से मरीज का दोनों पैर काम करना बंद कर दिया था. मरीज चलने फिरने में बिल्कुल ही असमर्थ हो चुका था. डॉक्टरों की टीम ने मरीज के रीढ़ की हड्डी का ऑपरेशन करने का निर्णय लिया. रिस्की तो था, फिर डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर रीढ़ की हड्डी में स्क्रू रॉड लगाया है.
जल्द ही खुद की पैरों पर होगा खड़ा
उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन में उनके साथ डॉ संदीप, डॉ मुकेश और डॉ गौरव ने बहुत ही अहम भूमिका निभाई. उन्होंने बताया कि मरीज के रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर होने के कारण नस दब गई थी. इसी वजह से मरीज के दोनों पैर काम करना बंद कर दिया था. चिकित्सकों की टीम ने यहां उपलब्ध विहोप मशीन की मदद से मरीज का सफल ऑपरेशन किया है. ऑपरेशन के बाद मरीज की स्वास्थ्य में धीरे-धीरे सुधार आते जाएगा और बहुत जल्द ही वह खुद के पैरों में खड़े होगा.
अन्य अस्पतालों में डेढ़ लाख हो जाते खर्च
डॉक्टर केएल आजाद के मुताबिक यह इलाज पूरी तरह से फ्री में हुआ है. अगर यह ऑपरेशन किसी और हॉस्पिटल या राजधानी रायपुर में होता तो लगभग डेढ़ लाख रुपए का खर्च उठाना पड़ता. जो कि मजदूर जो दिन भर मजदूरी करके अपना पेट पालता है वह कहां से चुका पाता. वहीं ऑपरेशन के सक्सेस होने के बाद मरीज के परिजनों ने डॉक्टर को धन्यवाद किया.