Rajasthan News: भरतपुर जिले के बयाना ब्लॉक स्थित पीलूपुरा गांव में रविवार को आयोजित गुर्जर समाज की महापंचायत में गुर्जर नेता परमाल सिंह गुर्जर ने घोषणा की कि समाज की अगली महापंचायत अब 29 जून को दौसा जिले के सिकंदरा में आयोजित की जाएगी।

सरकार के मसौदे से असंतोष, फिर बुलाई गई महापंचायत

महापंचायत में सरकार की ओर से गुर्जर आरक्षण और अन्य मुद्दों को लेकर प्रस्तुत मसौदे को पढ़कर सुनाया गया, जिसे गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक विजय बैसला ने प्रस्तुत किया। हालांकि सरकार के आश्वासन के बाद महापंचायत को समाप्त कर दिया गया, लेकिन कई युवाओं की मांगें मसौदे में शामिल नहीं थीं, जिससे नाराजगी फैल गई।

दो प्रमुख मांगों को लेकर फिर होगा आंदोलन

29 जून की महापंचायत में दो मांगों को प्रमुखता से उठाया जाएगा:

  1. गुर्जर आंदोलन में शहीद रूप नारायण के बेटे को अनुकंपा नियुक्ति न मिलना।
  2. REET परीक्षा में MBC वर्ग के 372 पदों पर नियुक्ति न होना।

इन दोनों मुद्दों को लेकर दौसा के सिकंदरा में एक बार फिर महापंचायत का आयोजन किया जाएगा।

80 दिन से धरने पर बैठे हैं युवा

परमाल सिंह गुर्जर ने बताया कि दौसा जिले के सिकंदरा में पिछले 80 दिनों से युवा एमबीसी के 372 पदों पर नियुक्तियों की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं। ये युवा रविवार को पीलूपुरा की महापंचायत में भी शामिल हुए थे, लेकिन जब उनकी मांगें सरकार के प्रस्ताव में शामिल नहीं पाई गईं, तो उन्होंने नाराजगी जताते हुए दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रैक पर दो घंटे तक जाम लगाया। बुजुर्गों और नेताओं की समझाइश के बाद ट्रैक खाली करवाया गया।

शांतिपूर्ण समाधान की अपील, प्रशासन भी सतर्क

इस घटनाक्रम की जानकारी मिलते ही भरतपुर आईजी राहुल प्रकाश महापंचायत स्थल पर पहुंचे और युवाओं से बातचीत कर उन्हें शांतिपूर्ण ढंग से अपनी बात रखने की अपील की।

इस दौरान परमाल सिंह गुर्जर ने साफ तौर पर कहा कि समाज के युवाओं की जायज मांगों को अनदेखा नहीं किया जा सकता, और इन मुद्दों को मजबूती से उठाने के लिए 29 जून को सिकंदरा में अगली महापंचायत का आयोजन किया जाएगा।

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