रायपुर. जोगी परिवार की कांग्रेस में प्रवेश में चल रही चर्चा पर विराम लगाते हुए जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के नेता अमित जोगी ने इसे नाममुकिन बताते हुए कहा कि जिन लोगों को जाना था, वो चले गए. उनकी कांग्रेस में स्थिति ’न घर की और न घाट की’ जैसी बन चुकी है. उनके कांग्रेस में बने रहने से गुटबाज़ी और असंतोष, दोनों तेज़ी से पनपेगा और इसका सीधा फ़ायदा हमें मिलेगा.

अमित जोगी ने ऐसे पांच कारण गिनाए हैं, जिनकी वजह से उनकी या उनके परिजनों की कांग्रेस में वापसी नहीं हो सकती है.  इसमें पहला कारण बहुत कम समय और बेहद कम संसाधनों के बावजूद जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) छत्तीसगढ़ के क्षेत्रीय दल के रूप में स्थापित हो चुका है. भविष्य में सरकार या तो हम ख़ुद अपने दम पर बनाएंगे या फिर हमारे समर्थन के बग़ैर कोई दूसरे दल की सरकार प्रदेश में नहीं बनेगी.

दूसरा कारण के तौर पर चीनी कूटनीतिज्ञ सुन-ज़ू की ‘द ऑर्ट ओफ़ वॉर’ का उल्लेख करते हुए कहा कि सही मायने में योद्धा वो है जो जानता है कि कौन सी जंग उसे नहीं लड़नी चाहिए. हमने बड़ी सोच-समझ के लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने का निर्णय लिया क्योंकि हम नहीं चाहते थे कि भाजपा-विरोधी वोट बँटे और हमपर फिर से भाजपा की बी-टीम होने का बेबुनियाद आरोप मढ़ा जाए.

जोगी ने तीसरा कारण गिनाते हुए कहा कि कांग्रेस अपने दम पर केंद्र में सत्ता में आते हुए नहीं दिख रही है. अगर ग़लती से मोदी दोबारा प्रधानमंत्री बनते हैं तो उनका सीधा-सीधा प्रहार नेहरू-गांधी-वाड्रा परिवार पर होगा. बिना इस परिवार के संरक्षण के वर्तमान प्रदेश कांग्रेस का नेतृत्व और ज़्यादा अप्रासंगिक और अविश्वसनीय हो जाएगा. वहीं चौथा कारण  ‘छत्तीसगढ़-प्रथम विचारधारा’ को बताते हुआ कहा कि हमें अपनी जड़ें प्रदेश में और मज़बूत करनी है तो राष्ट्रीय दल के साथ जाने का सवाल ही नहीं उठता है.

वहीं पांचवा कारण उन्होंने छत्तीसगढ़ के भविष्य को ध्यान में रखते हुए ऐसे नेता तैयार करने का अवसर मिला है, जिनका ‘छत्तीसगढ़ माहतारी’ से लगाव अपने निजी स्वार्थ के लिए न रहे बल्कि सैद्धांतिक, वैचारिक और आत्मिक हो. अगर हम अगले चार सालों में प्रदेश की हर विधान सभा में ऐसे सौ नौजवान भी तैयार कर लेते हैं तो भविष्य हमारा- मतलब छत्तीसगढ़ियों- का ही होगा.

नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव में भागीदारी

अमित जोगी ने कहा कि आने वाले स्थानीय नगरी निकाय और पंचायत चुनाव में हमें छत्तीसगढ़ के एक-एक वार्ड में अपनी टीम तैयार करने का मौक़ा मिलेगा और इसी के आधार पर हम अगला विधानसभा लड़ेंगे और जीतेंगे.