प्रवीण साहू, अभनपुर– अभनपुर के भरेंगाभांठा में बीती करीब रात 1 बजे कुछ लोगों ने मिलकर डायल 112 के कांस्टेबल को लाठी-रॉड से बुरी तरह पीटकर घायल कर दिया. मुख्य आरोपी अंशु रजक को एक बड़े नेता का करीबी बताया जा रहा है. इसके अलावा आरोपियों में कुरूद थाना क्षेत्र का सब-इंस्पेक्टर भीम अर्जुन तांडी भी शामिल है. सभी आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने अपराध दर्ज कर खोजबीन शुरू कर दी है.

जानकारी के मुताबिक रविवार रात 12:30 बजे अभनपुर पुलिस को सूचना मिली कि धमतरी-अभनपुर रोड पर एक ट्रक चालक के साथ सफेद रंग की बुलेट में सवार 3 अज्ञात लोगों ने मारपीट और लूट की है. इस पर अभनपुर पुलिस की डायल 112 टाइगर वन संबंधित बुलेट सवारों की तलाश में निकली. रात 1:15 बजे भरेंगाभांठा के यादव ढाबा के बाहर सफेद रंग की बुलेट खड़ी देख डायल 112 में मौजूद कांस्टेबल मोहन भंडारी ने ढाबा में खाना खा रहे लोगों से बुलेट चालक के बारे पूछताछ की. इससे ढाबे में मौजूद बुलेट चालक और उसके 8 अन्य दोस्त कांस्टेबल से उलझ पड़े और गाली-गलौच करने लगे.

 

आरोपी अंशु रजक

आरोपी खुद को राजनीति पहुंच का धौंस दिखाते हुए कांस्टेबल को धमका रहे थे. कांस्टेबल के विरोध करने पर सभी ने उसके साथ हाथ-मुक्के और लाठी-रॉड से मारपीट की. आरोपियों ने बीच-बचाव करने आये ढाबा मालिक के साथ भी मारपीट की. इसके बाद सभी अपनी बुलेट और स्कार्पियों में सवार होकर भाग निकले.

पूरी घटना ढाबे में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई. आरोपियों के भागने के बाद घायल कांस्टेबल मोहन भंडारी ने टीआई बोधन साहू को सूचना दी. टीआई कुछ ही देर में घटनास्थल पहुंचे और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर घटना और आरोपियों की शिनाख्त कर उनकी तलाश में अलग-अलग टीमें भेजी है. समाचार लिखे जाने तक आरोपियों की पहचान के साथ नामजद एफआईआर हो चुकी थी, लेकिन आरोपी गिरफ्त से बाहर थे.