रायपुर. सोशल मीडिया पर स्वास्थ्य विभाग का एक आदेश वायरल हो रहा है. इस आदेश में ये कहा गया है कि मेडिकल कॉलेज में मीडियाकर्मियों को कवरेज से पूर्व जनसंपर्क विभाग से अनुमति लेनी होगी. इतना ही नहीं राज्य शासन के चिकित्सा शिक्षा विभाग ने राज्य के किसी भी मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों में रोगियों की फोटो-वीडियो लेने पर प्रतिबंध लगा दिया है. आदेश के मुताबिक जब तक रोगी या उसके कानूनी अभिभावक लिखित रूप से सहमति नहीं देंगे, तब तक अनुमति नहीं मिलेगी. जारी आदेश के मुताबिक मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों में मीडिया प्रबंधन के लिए प्रोटोकॉल निर्धारित करने का हवाला दिया है, लेकिन इसे गत दिनों राजधानी के मेकाहारा अस्पताल में हुए बाउंसर विवाद से जोड़कर देखा जा रहा हैं.
अब सोशल मीडिया में इस आदेश का विरोध शुरू हो गया है और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने भी इस आदेश को लेकर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने अपने एक्स पर इसे लेकर एक पोस्ट भी किया है. इस मामले में पत्रकारों ने भी आपत्ति जताई है और रायपुर प्रेस क्लब ने भी इस आदेश की निंदा की है.
मीडिया के लिए आपतकाल घोषित – पीसीसी चीफ दीपक बैज
शासकीय अस्पतालों में मीडिया कवरेज के लिए जारी प्रोटोकॉल को लेकर पीसीसी चीफ दीपक बैज ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार में स्वास्थ्य विभाग का हाल बुरा है. स्वास्थ्य विभाग की पोल खुलने से बचाने के लिए मीडिया पर प्रतिबंध लगाया गया है. अपनी नाकामी छुपाने के लिए सरकार ने मीडिया का अस्पताल में प्रवेश प्रतिबंधित किया है. स्वास्थ्य विभाग ने मीडिया के लिए आपतकाल घोषित कर दिया गया है.
हालांकि इस मामले में अब तक राज्य सरकार और न स्वास्थ्य मंत्री की तरफ से कोई अधिकृत बयान सामने आया है.