सतीश चांडक, सुकमा। बस्तर में एक बार फिर मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. एक छात्रा की मौत होने के बाद उसके शव को बीच रास्ते में ही उतार दिया गया. जिसके बाद परिजनों ने शव को कावड़ में रखकर घर पहुंचे.
जानकारी के मुताबिक गादीरास से करीब 9 km दूर कोंडरे के पदमीपारा पूजा तबियत खराब हो के बाद उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया जा रहा था. रास्ते मे ही पूजा ने दम तोड़ दिया. जब शव को वापस उसके घर भेजा जा रहा था तब वाहन चालक ने कोंडरे से आगे जाने के लिए मना कर दिया.
वाहन चालक ने रास्ता खराब होने का बहाना बना कर जाने से इंकार कर दिया था. यह पहला मौका नहीं है जब इस तरह की घटना हुई हो. बस्तर सहित प्रदेश के आदिवासी अंचलों में आए दिन इस तरह की तस्वीरों को देखा जा सकता है. जहां सरकार के दावे दम तोड़ते नजर आते हैं.