सुरेंद्र जैन, धरसीवां। हीरा ग्रुप की सिलतरा स्थित इस्पात गोदावरी फैक्ट्री में दर्दनाक हादसे के बाद चौकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. इस मामले में विधायक शर्मा ने मजदूरों और उनके परिजनों से चर्चा की. जिसमें पता चला कि मृतक रंजीत (उम्र 22) कम्पनी में लगातार चौबीस घण्टे से ओवर टाइम ड्यूटी कर रहा था. वहीं घायल श्रमिक रघुनाथ साहू लगातार 16 घण्टे से ड्यूटी पर तैनात था और इतने तीव्र तापमान में काम कर रहा था. जहां लोहा पिघलकर लाल पानी की तरह बन जाता है जिसे क्रेन के लोडर से सांचे में ढाला जाता है.

मृतक का न्याय दिलाने स्थानीय विधायक अनीता योगेंद्र ने हादसे की रात ग्रामीणों के साथ मिलकर मृतक को मुआवजा दिलाने की मांग की और प्रबंधन 20 लाख का मुआवजा देने के लिए तैयार हुआ. घायलों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया.

पहली बार मृतक के परिजनों की मांग हुई पूरी

आज तक के इतिहास में यह पहली बार ऐसा हुआ है कि किसी फैक्ट्री प्रबन्धन को दुर्घटना में मृत श्रमिक के पिता की हर मांग को मंजूर करना पड़ा. इसके पहले ऐसी कई घटनाएं हुई, लेकिन आस-पास के मजदूरों को घटना होने पर 5 लाख तक मुआवजा मिल जाता था. पड़ोसी प्रांत के कोई हुए तो जो कम्पनी को देना हो देते थे और चुपचाप शव वाहन से उनके गांव भेज देते थे.

हेल्थ एंड सेफ्टी विभाग भी कर रहा जांच

हेल्थ एंड सेफ्टी यानी ओधोगिक स्वास्थ्य एव सुरक्षा विभाग भी इस दर्दनाक हादसे की जांच कर रहा है. उपसंचालक तिर्की ने बताया कि जांच में प्रथम दृष्टया प्रबन्धन की लापरवाही सामने आई है. जांच पूर्ण होने के बाद ओधोगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग भी इस मामले में दोषियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी.