Child Care Tips: आज के डिजिटल युग में बच्चे तकनीकी उपकरणों के इतने अभ्यस्त हो गए हैं कि उनका शारीरिक और मानसिक विकास प्राकृतिक जीवनशैली से दूर होता जा रहा है. लेकिन ऐसे में उनको नंगे पैर घास पर चलाना विज्ञान और योग दोनों दृष्टिकोण से अत्यंत लाभकारी मानी जाती है. आज हम आपको कुछ प्रमुख लाभ के बारे में बतायेंगे जो बच्चों को रोज सुबह घास पर नंगे पैर चलने से मिल सकते हैं.

नेत्रों की सेहत के लिए लाभकारी
सुबह की ओस से भीगी घास पर चलने से आंखों की रोशनी बेहतर होती है. यह एक्यूप्रेशर पॉइंट्स को उत्तेजित करता है जिससे नेत्र स्नायु सक्रिय होती हैं.
तनाव और चिंता में कमी
प्रकृति के संपर्क में आने से बच्चों का मानसिक तनाव कम होता है. नंगे पैर चलने से धरती से “Earthing” का लाभ मिलता है, जिससे शरीर में इलेक्ट्रॉन संतुलन सुधरता है.
एकाग्रता और ध्यान में सुधार
सुबह की शांति और हरियाली बच्चों के मन को शांत करती है, जिससे उनकी ध्यान केंद्रित करने की क्षमता बढ़ती है.
हड्डियों और मांसपेशियों के लिए फायदेमंद
घास पर चलना एक प्रकार का हल्का व्यायाम है जो बच्चों की मांसपेशियों और हड्डियों को मजबूत बनाता है.
प्राकृतिक प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि
खुले वातावरण में चलने से बच्चों का इम्यून सिस्टम मजबूत होता है, जिससे वे बीमारियों से बेहतर तरीके से लड़ पाते हैं.
कैसे शुरू करें?
1-बच्चों को सुबह जल्दी उठने की आदत डालें.
2-पास के किसी पार्क या गार्डन में जाएं जहां हरी घास हो.
31शुरुआत में 10-15 मिनट से शुरू करें और धीरे-धीरे समय बढ़ाएं.
4-उन्हें यह अनुभव खेल और मस्ती के माध्यम से करवाएं, जिससे वे इसे बोझ ना समझें.
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