Durg Digital Arrest Case: दुर्ग। भिलाई के प्रगति नगर रिसाली में सायबर ठगों ने 2,00,00,000 रुपए का मनी लांड्रिंग का आरोप लगाते हुए चंद्राकर परिवार को डिजिटल अरेस्ट के नाम पर 54 लाख 90 हजार रुपए की ठगी कर ली. इस मामले में दुर्ग पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 2 आरोपियों को आज ठाणें से गिरफ्तार किया है. इससे पहले भी पुलिस ने इस ठगी के मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. आज 2 और आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद कुल गिरफ्तार किए गए ठगों की संख्या 6 हो गई है.

बता दें, आज पकड़े गए आरोपियों में महाराष्ट्र के ठाणे जिले से रुषिकेश जोशी और खाताधारक बालकरन जोशी शामिल हैं. इससे पहले पुलिस ने लखनऊ (उत्तर प्रदेश) से 4 आरोपियों- दीपक गुप्ता, राजेश विश्वकर्मा, कृष्ण कुमार और शुभम श्रीवास्तव को गिरफ्तार किया था.

फर्जी CBI अधिकारी बनकर दी धमकी
जानकारी के मुताबिक, आरोपियों ने खुद को CBI अधिकारी बताकर नम्रता चन्द्राकर के पिता को वीडियो कॉल किया. उन्होंने झूठा आरोप लगाया कि उनके नाम से केनरा बैंक में खोला गया खाता नरेश गोयल नामक व्यक्ति को बेच दिया गया है और उस खाते से 2 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग की गई है.

डिजिटल अरेस्ट की धमकी और लाखों की ठगी
शातिर ठगों ने परिवार के सभी सदस्यों को डरा-धमका कर की संपत्तियों की जानकारी ली और फिर उन्हें डिजिटल अरेस्ट करने की धमकी दी. डर का माहौल बनाकर आरोपियों ने चंद्राकर परिवार से 29 अप्रैल से 29 मई के बीच अलग-अलग खातों और किस्तों में 54 लाख 90 हजार रुपये की ठग लिए.

Durg Digital Arrest Case: इस मामले में पुलिस ने उन खातों की जांच की है जिनमें ठगे गए पैसे जमा कराए गए थे. इसके आधार पर कुल 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. दुर्ग पुलिस ने आईटी एक्ट और ठगी की धाराओं के तहत अपराध दर्ज कर जांच तेज कर दी है. अधिकारियों का कहना है कि इस गिरोह के अन्य सदस्यों की भी तलाश की जा रही है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा.