रायपुर- पिछली सरकार में पूर्व मुख्यमंत्री डाक्टर रमन सिंह के प्रमुख सचिव रहे अमन कुमार सिंह की पत्नी यास्मीन सिंह के खिलाफ राज्य शासन ने जांच के आदेश दिए हैं. राज्य शासन को मिली शिकायत में पत्नी यास्मीन सिंह की पीएचई विभाग में की गई नियुक्ति पर सवाल उठाया गया है, जिसके आधार पर जांच बिठाई है. प्रमुख सचिव रेणु पिल्ले को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
सामान्य प्रशासन विभाग की सचिव रीता शांडिल्य की ओर से जारी आदेश में लिखा गया है कि इंटरनेट पर उपलब्ध प्रोफाइल के मुताबिक वह देश की प्रसिद्ध कत्थक नृत्यांगना हैं. देश के अनेक स्थानों में उनके द्वारा परफारमेंस दिए जाने का विवरण दर्ज है. ये पूर्णकालीक कत्थक नृत्यांगना हैं तथा उनके द्वारा कोई भी शासकीय कार्य नहीं किया गया है. लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग में नवंबर 2005 में उनकी नियुक्ति संचालक, संचार, क्षमता विकास इकाई (सीसीडीयू) में संविदा आधार पर की गई थी. इनको इस पर बिना योग्यता के सिर्फ अमन सिंह की पत्नी होने के कारण चयनित कर लिया गया था. नियुक्ति के दौरान उन्हें प्रतिमाह 35 हजार रूपया मानदेय तय हुआ था, जो बाद में बढ़कर गुपचुप ढंग से एक लाख प्रतिमाह कर दिया गया.
आदेश में यह भी कहा गया है कि यास्मीन सिंह 14 सालों तक संविदा अधिकारी के रूप में कार्यरत थी, लेकिन उनका ज्यादातर कार्य नृत्यांगना के रूप में प्रचारित होता था. उन्हें तत्कालीन सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा अत्यधिक मानदेय पर नृत्य हेतु आमंत्रित किया जाता था. जब छत्तीसगढ़ के अनेक वरिष्ठ कलाकार काम के लिए तरसते थे, तब उन्हें एक कार्यक्रम के लिए डेढ़- दो लाख रूपए दिया जाता था. आदेश में लिखा गया है कि संविदा नियुक्ति 2005 में हुई थी, तब से लगातार 10 दिसंबर 2018 तक इनकी संविदा बढ़ाई जाती रही, लेकिन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग तथा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के पास इनके कार्य, अवकाश, नृत्य प्रदर्शन हेतु अनुमति संबंधी कोई भी जानकारी नहीं दी गई है.
तीन महीने में होगी जांच
राज्य शासन ने इस मामले की जांच के लिए प्रमुख स्तर रेणु पिल्ले को जांचकर्ता अधिकारी बनाते हुए तीन महीनों के भीतर जांच पूरी करने का निर्देश दिया है. जांच रिपोर्ट मिलने के बाद राज्य शासन इस दिशा में उचित कार्यवाही करेगी.
देखे आदेश-