Somvar Vrat Benefits: सोमवार का दिन धार्मिक दृष्टिकोण से विशेष महत्व रखता है. हिंदू परंपरा में यह दिन भगवान शिव की आराधना को समर्पित होता है. देशभर में करोड़ों श्रद्धालु इस दिन व्रत रखते हैं और शिवलिंग पर जल, दूध व बेलपत्र अर्पित कर भोलेनाथ को प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं. लेकिन सोमवार का उपवास केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि इसके पीछे एक गहरी आत्मिक और मानसिक साधना भी निहित है.
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पौराणिक मान्यता (Somvar Vrat Benefits)
ऐसा माना जाता है कि सोमवार को व्रत रखने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है. कुंवारी कन्याएं अच्छे वर की प्राप्ति के लिए और विवाहित महिलाएं अपने पति की दीर्घायु व सुखमय जीवन के लिए यह उपवास करती हैं. मान्यता है कि सोमवार के व्रत से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं, विवाह में आ रही बाधाएं दूर होती हैं और मानसिक संतुलन भी प्राप्त होता है.
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उपवास का वैज्ञानिक पक्ष (Somvar Vrat Benefits)
सप्ताह की शुरुआत में शरीर को एक दिन विश्राम देने से पाचन तंत्र बेहतर बना रहता है और मानसिक एकाग्रता भी बढ़ती है. भोजन से परहेज केवल शरीर को ही नहीं, बल्कि मन को भी विचारों की भीड़ से मुक्त करने का अवसर प्रदान करता है.
बेलपत्र: आत्मसमर्पण का प्रतीक (Somvar Vrat Benefits)
शिव को जल, दूध या बेलपत्र अर्पित करने के पीछे भी गहरा प्रतीकात्मक अर्थ छिपा होता है. जल शीतलता का, दूध पोषण का और बेलपत्र आत्मसमर्पण का प्रतीक माना जाता है. लेकिन वास्तविक शिव पूजा तब मानी जाती है, जब व्यक्ति अपने भीतर की अशांति, क्रोध, अहंकार और लालसा पर नियंत्रण पाता है.
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