कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। दिल्ली भोपाल रेलवे ट्रैक से गुजरने वाली ट्रेनों में एक सप्ताह के अंदर ही चौथी बार पथराव की घटना हुई है। ऐसी घटनाएं होने से यात्रियों में दहशत है। वहीं वीआईपी ट्रेनों की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं। मंगलवार को शताब्दी एक्सप्रेस पर विदिशा के पास पथराव की घटना के वक्त MP के स्वास्थ्य राज्यमंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल भी शताब्दी में ही सफर कर रहे थे। मंत्री ने सरकार से पत्थरबाजों पर अंकुश लगाने की मांग की है।

भोपाल-दिल्ली रेलवे ट्रैक पर VIP ट्रेनों में सफर करना भी सुरक्षित नहीं रहा। इस ट्रेक पर गतिमान, शताब्दी और वंदे भारत जैसी वीआईपी ट्रेनें भी सुरक्षित नहीं है। मंगलवार को भोपाल से निजामुद्दीन जा रही शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन पर एक सप्ताह में चौथी बार पत्थर बाजी की घटना हुई। ग्वालियर के रहने वाली मीना देवी और जमुना देवी भोपाल स्टेशन से शताब्दी एक्सप्रेस के C-4 कोच में ग्वालियर के लिए सवार हुई थी।

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आउटर पर पथराव

भोपाल से रवाना होने के बाद ट्रेन जब मंडी बमौरा स्टेशन से आगे बढ़ी उसी दौरान आउटर पर शताब्दी ट्रेन पर पथराव हुए, एक पत्थर मीना देवी की खिड़की पर लगा, खिड़की का शीशा टूट गया। जिससे यात्री दहशत में आ गए। पीड़ित यात्रियों का कहना है कि शताब्दी एक्सप्रेस, वंदे भारत जैसी VIP ट्रेनों में सुरक्षा के यह हाल है तो आम ट्रेनों और आम यात्रियों की सुरक्षा भगवान भरोसे है। रेलवे प्रशासन को सख्त इंतजाम करना चाहिए।

रेलवे अधिकारी बोले- ज्यादातर घटनाएं VIP ट्रेनों पर

तेज धमाके की आवाज के बाद ट्रेन स्टाफ ने भोपाल और झांसी कंट्रोल को पथराव की खबर दी। एक्सप्रेस ट्रेनों में चलने वाले रेलवे अफसर भी मानते हैं कि एक सप्ताह के अंदर शताब्दी एक्सप्रेस पर चौथी बार पथराव होना सुरक्षा पर सवाल खड़े करता है। झांसी रेल मंडल के सीटीआई आत्मा राम का कहना है कि सालभर में पत्थरबाजी की ज्यादातर घटनाएं VIP ट्रेनों पर हुई है।

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आम आदमी से VIP तक की सुरक्षा खतरे में

मंगलवार को शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन पर जब पथराव की घटना हुई तो इसी कोच में प्रदेश के स्वास्थ्य राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल भी यात्रा कर रहे थे। मंत्री पटेल का कहना है कि ट्रेनों में आम आदमी से लेकर VIP तक की सुरक्षा खतरे में है। हमारी सरकार ट्रेनों में यात्रियों की सुरक्षा और अपराधियों पर सख्त कार्रवाई कराएगी। यह चिंता का विषय है, शासकीय संपत्ति, राष्ट्रीय संपत्ति को, जनता के धन को इस तरह से कोई नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया है।

सरकार करेगी कार्रवाई

मंत्री ने कहा कि निश्चित रूप से सरकार इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। ऐसे लोगों को चिन्हित करके उनके खिलाफ कठोर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। मैं रहूं या कोई साधारण नागरिक रहे, सब की सुरक्षा अनिवार्य है। नागरिकों की सुरक्षा को इस तरह से कोई खंडित करने का प्रयास कर रहा है तो निश्चित रूप से इसे हम चुनौती के रूप में लेंगे और असामाजिक तत्वों को पहचान कर कठोर दंडात्मक कार्रवाई करेंगे।

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पत्थरबाजों का मकसद क्या है ?

गौरतलब है कि भोपाल-दिल्ली रेलवे ट्रेक पर बीते एक साल में ट्रेनों पर पथराव, ट्रेक पर पत्थर रखने, नट बोल्ट खोलने आदि की 100 घटनाएं सामने आई है। खास बात यह है कि 70 फीसदी से ज्यादा पथराव की घटनाएं राजधानी, गतिमान, शताब्दी, वंदे भारत जैसी VIP ट्रेनों पर हुई है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यही है कि पत्थरबाजों का मकसद क्या है ? और VIP ट्रेनों को ही निशाना बनाना कहीं बड़ी साजिश तो नहीं। फिलहाल सभी घटनाओं में RPF ने पत्थरबाजों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। जल्द ही इन मामलों के आरोपियों को गिरफ्तार करने का दावा भी किया है।

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