प्रतीक चौहान. रायपुर. एसीबी/ईओडब्ल्यू और ईडी के अधिकारियों में अपनी पहुंच और धौंस के दम पर जमीन दलाल राजेश सोनी को ब्लैकमेल कर 70 लाख लिए जाने के मामले में खुद प्रार्थी ने लल्लूराम डॉट कॉम के कैमरे पर कई चौंकाने वाले खुलासे किए. उन्होंने अपने ब्लैकमेल होने की वजह भी बताई और बताया कि आरोपी कांग्रेस नेता और खुद को एसीबी/ईओड्ब्ल्यू का कथित अधिकारी बताने वाला आबिद हसन कैसे उन्हें ब्लैकमेल किया करता था. इस मामले से जुड़े कई और स्क्रीनशार्ट लल्लूराम डॉट कॉम को मिले है.

ब्लैकमेल की ये पूरी कहानी आप जाने इससे पहले आप ये जान के कि ये वहीं प्रार्थी हैं, जिनकी पटवारी पत्नी को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान एक शिकायत के बाद पटवारी सारिका सोन को भरे मंच से सस्पेंड किया था. राजेश सोनी का दावा है कि पिछले वर्ष वे दुबई गए थे. तभी उनके एक मित्र विवेक मिश्रा ने उन्हें बताया कि उनके खिलाफ एसीबी/ईओड्ब्लूय में शिकायत हुई है. इसके बाद इसी शिकायत के संबंध में आरोपी आबिद हसन ने उनसे 21 फरवरी को पहली बार फोन किया. कुछ दिनों बाद दोनो की पहली मुलाकात होटल मिनरवा में हुई.

प्रार्थी का दावा है कि वहां आरोपी आबिद हसन ने उसका फोन ले लिया और उन्हें अपने फोन से वीडियो कॉल में कई अधिकारियों से बातचीत कराई. अब ये पुलिस के लिए जांच का विषय है कि बात करने वाले लोग सच में अधिकारी थे या कोई और. राजेश सोनी का ये दावा है कि उन्हें झूठे जमीन के मामले में फंसाए जाने का डर दिखाकर एसीबी के नाम पर 40 लाख रुपए, ईओडब्यू के नाम पर 20 लाख रुपए और 10 लाख रुपए अधिकारियों को दारू पार्टी कराने के नाम पर थोड़े-थोड़े पैसे लेकर किए गए.

पुलिस के लिए ये भी जांच का विषय है कि कौन-कौन पुलिस अधिकारी, एसीबी-ईओड्ब्लूय अधिकारी और अन्य शासकीय अधिकारी उक्त आरोपी के संपर्क में थे.

शासकीय जमीन का खसरा अपनी जमीन में बैठाने का आरोप

लल्लूराम डॉट कॉम के एक सूत्र ने दावा किया है कि राजेश सोनी को आरोपी आबिद हसन ने जो ब्लैकमेल किया उसमें शासकीय जमीन के खसरे में अपनी जमीन बैठाने के प्रमाणों के आधार पर किया. राजेश सोनी और उनकी फर्म की नाम पर मठपुरैना में तीन जमीने है. पुलिस के लिए ये जांच का विषय है कि आबिद हसन ने ऐसी कौन सी बात पर प्रार्थी को डराया कि अलग-अलग किस्तों में राजेश सोनी ने 70 लाख रुपए दे दिए. हालांकि इन आरोपों पर राजेश सोनी का स्पष्ट ये कहना था कि वो हर जांच के लिए तैयार है. यहां ये भी जानना जरूरी है कि प्रार्थी की पत्नी मठपुरैना में पदस्थ रह चुकी है और वहां शराब दुकान के आस-पास की विवादित जमीनों में वर्षों पहले कई हेराफेरी की बाते सामने आई थीं.

चूंकि इस मामले में एक डीएसपी के स्क्रीन शार्ट के वायरल होने का भी दावा किया जा रहा है, जिससे आबिद संपर्क में था, इसलिए इस मामले में टिकरापारा थाना पुलिस और पुलिस के उच्च अधिकारी बिना जांच कुछ भी कैमरे में कहने से इनकार कर रहे है.

70 लाख देने के बाद आरोपी आबिद हसन ने ईडी में अपनी धौंस दिखाते हुए 2.5 करोड़ रुपए की मांग की थी, उसके बाद ये पूरा मामला एसपी और फिर टिकरापारा थाने पहुंचा. जहां एफआईआर दर्ज करने के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.

देखें Video, क्या कहा आरोपी आबिद हसन को 70 लाख देने वाले जमीन दलाल राजेश सोनी ने