पुरी : नंदीघोष, तलध्वज और दर्पदलन पुरी के सारधाबली पहुंच गए हैं। इस अवसर पर एकत्रित हुए भक्तों का सैलाब खुशी से झूम उठा, क्योंकि दिव्य त्रिमूर्ति ‘जय जगन्नाथ’ के जयकारों के बीच अपनी मौसी के घर पहुंचे। भगवान और उनके भाई-बहन अब गुंडिचा मंदिर में अपने नौ दिवसीय प्रवास की शुरुआत करेंगे।

रथ यात्रा भगवान का एक वार्षिक प्रवास है, जिसमें वे स्वयं श्रीमंदिर से बाहर निकलकर बड़दांड में अपने भक्तों से मिलते हैं। रथ यात्रा 2025 कल शुरू हुई, लेकिन अपरिहार्य परिस्थितियों के कारण इस साल रथ खींचने का काम दो दिन का हो गया।

गौरतलब है कि भगवान बलभद्र का तलध्वज रथ मार्केट चौक के पास रुका, देवी सुभद्रा का दर्पदलन रथ मार्चिकोटे चौक के पास रुका और भगवान जगन्नाथ का नंदीघोष रथ अभी-अभी चलना शुरू हुआ है और सिंह द्वार (सिंह द्वार) से कुछ ही दूरी पर है।

भगवान की एक झलक पाने के लिए भक्तों का सैलाब बड़दांड में उमड़ पड़ा है। यहां यह ध्यान देने वाली बात है कि इस साल की रथ यात्रा को देखने के लिए दुनिया भर से लाखों भक्त पुरी पहुंचे हैं।

वार्षिक उत्सव को शांतिपूर्ण और सुचारू रूप से आयोजित करने के लिए सुरक्षा सहित व्यापक व्यवस्था की गई है।