सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर- अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस के अवसर पर राजधानी में लल्लूराम डॉट कॉम ने नर्सों को महत्व देते हुए उनके अनुभव पर परिचर्चा आयोजित की गई. इस परिचर्चा में छत्तीसगढ़ के कई जिलों से आए नर्स शामिल हुए. नर्सों ने अपने अनुभव साझा किए. कार्यक्रम के बाद लल्लूराम डॉट कॉम के चेयरमैन नमित जैन ने नर्सों का सम्मान किया.

लल्लूराम डॉट कॉम के स्टेट न्यूज कोऑर्डिनेटर संदीप अखिल ने नर्सों से चर्चा किया. नर्सों के अनुभव परदेखिएवीडियो

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गौरतलब है कि 12 मई को दुनिया भर में अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया जाता है. नर्सें लोगों को स्वास्थ्य रहने में बड़ा योगदान देती हैं. यह दिन उनके योगदान को समर्पित होता है. साथ ही यह दिन दुनिया में नर्सिंग की संस्थापक की फ्लोरेंस नाइटिंगेल को भी श्रद्धांजलि है.

अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस का इतिहास

अमेरिका के स्वास्थ्य, शिक्षा और कल्याण विभाग के एक अधिकारी डोरोथी सुदरलैंड ने पहली बार नर्स दिवस मनाने का प्रस्ताव 1953 में रखा था. इसकी घोषणा अमेरिका के राष्ट्रपति ड्विट डी.आइजनहावर ने की थी. पहली बार इसे साल 1965 में मनाया गया था. जनवरी, 1974 में 12 मई को अंतरराष्ट्रीय दिवस के तौर पर मनाने की घोषणा की गई. इसी दिन यानी 12 मई को आधुनिक नर्सिंग की संस्थापक फ्लोरेंस नाइटिंगेल का जन्म हुआ था. उनके जन्मदिन को ही अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस के तौर पर मनाने का फैसला लिया गया.

इस मौके पर हर साल अंतरराष्ट्रीय नर्स परिषद द्वारा अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस किट तैयार किया जाता है और उसे बांटा जाता है. 1965 से अभी तक यह दिन हर साल इंटरनैशनल काउंसिल ऑफ नर्सेज द्वारा अंतरराष्‍ट्रीय नर्स दिवस के रूप में मनाया जाता है. इंटरनैशनल काउंसिल ऑफ नर्सेज इस मौके पर नर्सों के लिए नए विषय की शैक्षिक और सार्वजनिक सूचना की जानकारी की सामग्री का निर्माण और वितरण करके इस दिन को याद करता है.

अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस का महत्व

नर्सिंग दुनिया भर में स्वास्थ्य रखरखाव से संबंधित सबसे बड़ा पेशा है. लोगों के स्वास्थ्य को बेहतर रखने में नर्सों का बड़ा योगदान होता है. नर्सें को प्रशिक्षण दिया जाता है ताकि वे मरीजों को मनोवैज्ञानिक, सामाजिक और चिकित्सीय तौर पर फिट होने में मदद करें. इस दिन को मनाकर नर्सों के योगदान को रेखांकित किया जाता है. इससे दुनिया नर्सों के महत्व से अवगत होती है. नर्सों को समाज में सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है.

 

लल्लूराम डॉट कॉम द्वारा आयोजित परिचर्चा  ‘उनके अनुभव’ कार्यक्रम का विशेष सहयोगी रामकृष्ण केयर अस्पताल और KHPL हॉस्पिटल रहे.