रायपुर। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान (एम्स) में मरीज को एक्सपायरी डेट का इंजेक्शन लगाने के मामले में गठित कमेटी ने अपनी जांच पूरी कर ली है. समिति ने जांच रिपोर्ट अस्पताल अधीक्षक को सौंप दी है. आज सोमवार को इस मामले की रिपोर्ट, जो की बंद लिफाफे में है उसे खोला जाएगा.रिपोर्ट की अनुशंसा के आधार पर कार्रवाई की जाएगी. बंद लिफाफा में रिपोर्ट एम्स के अधीक्षक डॉ. अजय दानी को सौंप दी गई हैं.

गौरतलब हो कि 24 अप्रैल को दुर्ग जिले के पाटन के ओदरागहन से एक मरीज प्रकाश चंद जैन को लंग्स में प्राब्लम की वजह से एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जिनका अस्पताल में इलाज जारी है. अस्पताल में भर्ती मरीजों को कम दर पर जेनरिक दवाई उपलब्ध कराने के लिए खोले गए अमृत फार्मेसी से दवा खरीद कर मरीज को दी जाती थी. इसी अमृत फार्मेसी में मौजूद स्टाफ द्वारा एक्सपायरी हो चुकी दवाओं को बेचा जा रहा है.मरीज प्रकाश के परिजन भी इसी अमृत फार्मेसी से उन्हें लगने वाला इंजेक्शन SUPERPENEM 500 Mg का खरीदा जिसका बिल भी उनके पास है. इस इंजेक्शन की एक्सपायरी डेट फरवरी 2019 में ही खत्म हो गई थी लेकिन यहां मौजूद फार्मिसिस्टों द्वारा 3 महीने से ज्यादा एक्सपायरी हो चुके इंजेक्शन उन्हें बेच दिया. जिसे लगाने के बाद मरीज की हालत दिन ब दिन बिगड़ने लगी थी.जिसकी वजह से एक मरीज की जान आफत में पड़ गई औऱ गंभीर हालत में आईसीयू में भर्ती किया गया था.

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