इटावा के कथावाचक के मामले पर सियासत लगातार जारी है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अब बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को लेकर विवादित बयान देते हुए उन पर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि वे अंडर टेबल पैसे लेते हैं.
सपा अध्यक्ष ने एक प्रेस वार्ता के दौरान इटावा की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि “कई कथावाचक है जो 50 लाख रुपये लेते हैं. किसी की हैसियत है कि धीरेंद्र शास्त्री को बुला ले अपने घर, कथा के लिए, कोई अंडर टेबल लेगा वो बाबा पैसे…आप पता लगवा लीजिए वो अंडर टेबल पैसे नहीं लेते हैं धीरेंद्र शास्त्री.. कथा वाचने की न जाने कितनी कीमत होगी उनकी…’ अखिलेश ने कहा कि कथा तो हर समाज के लोग कर रहे हैं.
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इटावा का मामला सामने आने के बाद सपा मुखिया ने दोनों कथावाचकों को पार्टी दफ़्तर बुलाकर उनका सम्मान किया था. साथ ही उन्हें 51 हजार रुपये का ईनाम भी दिया था, जिसके बाद से उन पर जाति की राजनीति करने का भी आरोप लगाया जा रहा है. हालांकि सपा मुखिया ने इसे जातिवादी नहीं बल्कि पीडीए वादी होने का नाम दिया है. सपा कथावाचक के पक्ष में खड़ी है. ऐसा लग रहा है मानों जैसे इस घटना के बाद प्रदेश की सियासत ब्राह्मण बनाम यादव के बीच हो गई है.
बता दें कि इटावा के दांदरपुर गांव में 21 जून को कथा के दौरान कथावाचक मुकुटमणि यादव और संत कुमार यादव के साथ मारपीट और बदसलूकी की गई थी. इस दौरान ग्रामीणों ने उन पर जाति छिपाने का आरोप लगाते हुए उनकी चोटी काटकर सिर मुंडवा दिया था. इस मामले में चार आरोपी गिरफ्तार हैं. वहीं दोनों कथावाचकों पर भी धोखाधड़ी और फर्जी आधार कार्ड रखने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है.
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