रायपुर. राजधानी के एक निजी होटल में आयोजित छत्तीसगढ़ इंडस्ट्री डायलॉग में शामिल हुए मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने कहा कि मुझे अपनी बुराई सुनने का शौक है. यही वजह है कि मैं इस कार्यक्रम के शुरू होने के दस-पंद्रह मिनट पहले ही पहुंच गया था. उद्योग से जुड़े दो-चार लोगों ने मुझे थोड़ी गालियां भी दी है. सुझाव के रूप में कुछ कमियां बताई है, जिन्हें हम आने वाले दिनों में ठीक कर लेंगे.
मुख्य सचिव ने कहा कि औद्योगिक निवेश जुटाने के लिए उद्योग विभाग 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से भाग रहा है, लेकिन सहयोगी विभागों की गति 50-60 किलोमीटर प्रति घंटे की है. इसमें हम जल्द सुधार कर लेंगे. यह हमारा काम है. बेहतर काम के लिए फीडबैक का आना जरूरी है. उद्योग से जुड़े लोग हमारे ब्रांड एम्बेसडर हैं. इस तरह के सुझावों से हम बेहतर कर सकेंगे.
मुख्य सचिव के रूप में तीन महीने की सेवावृद्धि के बाद अमिताभ जैन आज उद्योग विभाग के कार्यक्रम छत्तीसगढ़ इंडस्ट्री डायलॉग में शामिल हुए थे. इस दौरान उन्होंने राज्य में औद्योगिक विकास को लेकर किए जा रहे सरकार के प्रयासों को सार्थक बताते हुए कहा कि निवेश के मामले में छत्तीसगढ़ देश के कई बड़े राज्यों को टक्कर दे रहा है. औद्योगिक विकास के लिए सरकार ने कई पहल किए हैं. कई तरह के रिफार्म्स किए गए हैं. उन्होंने कहा कि औद्योगिक विकास के लिए जिस तरह से रिफार्म लाए जा रहे हैं, उसी तरह से अधिकारियों के व्यवहार में भी एक रिफार्म की जरूरत है.


पीएम करते हैं हर महीने समीक्षा
मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर महीने एक दिन राज्यों के मुख्य सचिवों के साथ बैठक करते हैं. ऐसी ही एक बैठक में डिफेंस क्षेत्र को लेकर एक प्रेजेंटेशन दिखाया गया था. डिफेंस से जुड़े करीब 39 हजार से ज्यादा आइटम हैं, जिन्हें वेबसाइट में डाला गया है. इनमें से करीब 14 हजार आइटम बनना शुरू हो गया है. 25 हजार आइटम का अब भी गैप है. छत्तीसगढ़ ने अपनी नई इंडस्ट्रियल पालिसी में डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के लिए पॉलिसी तैयार की है. उत्तरप्रदेश और तमिलनाडु के बाद छत्तीसगढ़ ऐसा राज्य है, जिसने डिफेंस सेक्टर को अपनी पॉलिसी में शामिल किया है. मुख्य सचिव ने औद्योगिक विकास के लिए लगातार इस तरह के डायलॉग होते रहने पर जोर दिया है.
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