Jaipur-Bandikui Expressway:  जयपुर. राजस्थान के लिए एक बड़ी सौगात के रूप में जयपुर-बांदीकुई एक्सप्रेस-वे (NE-4C) को आज, 2 जुलाई से ट्रायल के लिए खोल दिया गया है. यह 67 किलोमीटर लंबा हाईटेक एक्सप्रेस-वे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे को जयपुर से जोड़ता है और इसे 1360 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है. ट्रायल अवधि के दौरान इस पर कोई टोल शुल्क नहीं लिया जाएगा, जिससे यात्रियों को मुफ्त यात्रा का लाभ मिलेगा.

जयपुर-दिल्ली का सफर होगा आसान, ट्रैफिक में 50% कमी की उम्मीद

इस एक्सप्रेस-वे के शुरू होने से जयपुर से दिल्ली, अलवर, राजगढ़ और बांदीकुई की यात्रा करने वाले लगभग 40,000 ड्राइवरों को बड़ी राहत मिलेगी. अभी दिल्ली से जयपुर का सफर 4 घंटे में पूरा होता है, जिसमें बांदीकुई तक 2.5 घंटे और बाकी 67 किलोमीटर के लिए 1.5 घंटे लगते हैं. नए एक्सप्रेस-वे के शुरू होने से यह सफर अब केवल 3 घंटे में पूरा हो सकेगा. साथ ही, नेशनल हाईवे 21 (जयपुर-आगरा) पर ट्रैफिक का दबाव करीब 50% कम होने की उम्मीद है.

हाईटेक सुविधाओं से लैस एक्सप्रेस-वे

जयपुर-बांदीकुई एक्सप्रेस-वे चार लेन का एक्सेस-कंट्रोल्ड रोड है, जिसमें पक्के कंधे, एक रेलवे ओवरब्रिज (ROB), दो बड़े ब्रिज, 13 छोटे ब्रिज और दो फ्लाईओवर शामिल हैं. इसकी गति सीमा 120 किमी/घंटा निर्धारित की गई है, और सुरक्षा के लिए 146 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. टोल वसूली के लिए मानव रहित टोल बूथ स्थापित किए गए हैं, जो फास्टैग स्कैनर के माध्यम से स्वचालित रूप से टोल वसूलेंगे.

पहले चरण में तीन इंटरचेंज खुले, कुछ वाहनों पर प्रतिबंध

दौसा जिला कलेक्टर देवेंद्र कुमार ने बताया कि एनएचएआई की ओर से प्राप्त सूचना के अनुसार, पहले चरण में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे क्लोअरलीफ, आगरा रोड बगराना क्लोअरलीफ और मनोहरपुर-दौसा रोड के बापी इंटरचेंज को यातायात के लिए खोला गया है. दूसरे चरण में शेष चार इंटरचेंज खोले जाएंगे. एनएचएआई के दौसा प्रोजेक्ट डायरेक्टर भरत सिंह ने स्पष्ट किया कि इस एक्सप्रेस-वे पर दोपहिया, ट्रैक्टर, ऑटो और जुगाड़ वाहनों को चलाने की अनुमति नहीं होगी.

ट्रायल के बाद टोल लागू, क्षेत्रीय विकास को मिलेगी रफ्तार

एनएचएआई के अनुसार, 10 दिनों के ट्रायल के दौरान सड़क की गुणवत्ता और व्यवस्था की जांच की जाएगी. इसके बाद खामियों को दूर कर टोल लागू किया जाएगा. कारों के लिए टोल शुल्क 150 रुपये निर्धारित किया गया है. यह एक्सप्रेस-वे न केवल यात्रा को आसान बनाएगा, बल्कि जयपुर और दौसा जिले के आसपास के गांवों और औद्योगिक क्षेत्रों को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान कर क्षेत्रीय विकास को गति देगा.

एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी (राजस्थान) प्रदीप अत्री ने कहा, “67.8 किलोमीटर का यह एक्सप्रेस-वे 1368 करोड़ रुपये की लागत से पूरा हुआ है. यह दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे की तरह ही एक्सेस-कंट्रोल्ड है, जो यात्रियों को तेज और सुरक्षित यात्रा का अनुभव देगा.” हालांकि, हाल ही में मानसून की पहली बारिश में इस एक्सप्रेस-वे पर कुछ निर्माण संबंधी खामियां सामने आई थीं, जिन्हें ट्रायल अवधि में ठीक करने की योजना है. यह एक्सप्रेस-वे न केवल यात्रियों के लिए समय की बचत करेगा, बल्कि माल ढुलाई और लॉजिस्टिक्स कंपनियों के लिए भी लागत प्रभावी साबित होगा. स्थानीय किसानों और छोटे बेड़े के मालिकों को अपनी उपज और सामान को तेजी से बाजार तक पहुंचाने में मदद मिलेगी. जयपुर-बांदीकुई एक्सप्रेस-वे के शुरू होने से राजस्थान की सड़क कनेक्टिविटी में एक नया अध्याय जुड़ेगा, जो राज्य की आर्थिक प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान देगा.