राजधानी के नगर और ग्रामीण क्षेत्र में 30 से कम छात्र संख्या वाले 120 विद्यालयों का नजदीकी विद्यालयों में विलय कर दिया गया है. अब इन इन स्कूलों के बच्चे सबद्ध विद्यालयों में पढ़ाई करेंगे. राजधानी में बेसिक शिक्षा विभाग के 1618 विद्यालय हैं. इनमें 133 विद्यालय 30 से कम छात्र संख्या वाले चिह्नित किए गए हैं. इन स्कूलों की सूची बीएसए ने स्कूल शिक्षा महानिदेशक, निदेशक और डीएम समेत खण्ड शिक्षाधिकारी और संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापकों को भेज दी है. इधर स्कूल विलय के मामले को लेकर मायावती ने योगी सरकार पर निशाना साधा है.

मायावती ने एक्स पर लिखा है कि ‘बेसिक शिक्षा परिषद, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्राथमिक विद्यालयों के युग्मन/एकीकरण की आड़ में बहुत सारे स्कूलों को बंद करने वाला जो फैसला लिया गया है, वह गरीबों के करोड़ों बच्चों को उनके घर के पास दी जाने वाली सुगम और सस्ती सरकारी शिक्षा व्यवस्था के प्रति न्याय नहीं, बल्कि पहली नजर में ही स्पष्ट तौर पर यह अनुचित, गैर-जरूरी एवं गरीब-विरोधी प्रतीत होता है.’

इसे भी पढ़ें : ‘चंद्रशेखर आजाद को 10 दिन में मार देंगे’, नगीना सांसद को जान से मारने का आया मैसेज, जांच में जुटी खाकी

उन्होंने आगे लिखा कि ‘सरकार से अपील है कि वह अपना युग्मन/एकीकरण का यह फैसला गरीब छात्र-छात्राओं के व्यापक हित में तुरन्त वापस ले. यदि सरकार अपना यह फैसला वापस नहीं लेती है तो फिर हमारी पार्टी इनके सभी माता-पिता व अभिभावकों को यह विश्वास दिलाना चाहती है कि हमारी पार्टी बी.एस.पी. की सरकार बनने पर फिर इस फैसले को रद्द करके पुनः यहां प्रदेश में पुरानी व्यवस्था बहाल की जाएगी. वैसे उम्मीद है कि यूपी सरकार गरीबों व आमजन की शिक्षा के व्यापक हित के मद्देनजर अपने इस फैसले को बदलने के बारे में जरूर सहानुभूतिपूर्वक विचार करेगी’.