Harbhajan Singh Record: हरभजन सिंह वैसे तो गेंद के जादूगर रहे हैं, जिन्होंने भारत के लिए तीनों फॉर्मेट में विकेट का अंबार लगाया, लेकिन क्या आप जानते हैं इस दिग्गज के नाम टेस्ट क्रिकेट का एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड दर्ज, जिसका टूटना लगभग असंभव सा है.
Harbhajan Singh Record: हरभजन सिंह…भारतीय क्रिकेट का वो सितारा, जिसने ऑफ स्पिन गेंदबाजी को टीम इंडिया को नई पहचान दिलाई. पंजाब से आने वाले इस बॉलर ने 1998 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा और जल्द ही भारत के स्पिन अटैक की रीढ़ बन गए. ‘टर्बनेटर’ के नाम से मशहूर हरभजन ने न सिर्फ टेस्ट क्रिकेट में 400 से अधिक विकेट झटके, बल्कि 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऐतिहासिक हैट्रिक लेकर खुद को भारतीय क्रिकेट की शान बना दिया.
आज ये खिलाड़ी अपना 45वां जन्मदिन मना रहा है. भज्जी अपनी ऑफ स्पिन बॉलिंग को लेकर मशहूर रहे हैं. उन्होंने एक से बढ़कर एक दिग्गजों को घुटनों पर लाया, लेकिन क्या आप जानते हैं भज्जी ने बल्ले से एक ऐसा रिकॉर्ड बनाया है, जो आज तक नहीं टूटा.
टेस्ट क्रिकेट में बनाया गया ये रिकॉर्ड इसलिए भी खास है, क्योंकि भज्जी से पहले ना तो किसी ने ये कमाल किया था और ना ही उनके बाद इसे कोई दोहरा पाया है. मतलब वो इकलौते ऐसे खिलाड़ी हैं, जिनके नाम ये ऐतिहासिक उपलब्धि है. आइए जानते हैं आखिर उन्होंने क्या किया था…
जब 2010 में हरभजन सिंह ने रचा था इतिहास
दरअसल, भज्जी ने करीब 23 साल तक टीम इंडिया के लिए तीनों फॉर्मेट खेले. भज्जी के नाम एक ऐसा रिकॉर्ड है, जो टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में कोई और नहीं बना पाया. इस रिकॉर्ड को तोड़ना भी बेहद मुश्किल है. ये रिकॉर्ड साल 2010 में बना था. भारतीय टीम अपने घर में न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेल रही थी. पहले मुकाबले की पहली पारी में हरभजन सिंह ने 69 जबकि दूसरी पारी में 115 रन ठोके थे.
उनकी इन पारियों के दम पर टीम इंडिया वो टेस्ट ड्रॉ कराने में सफल रही थी. इसके बाद 12 से 16 नवंबर के बीच दूसरा टेस्ट हैदराबाद के राजीव गांधी स्टेडियम में हुआ था. भज्जी ने पहली पारी में 116 गेंदों पर 111 रन ठोक दिए थे. जिसमें 7 चौके और 7 छक्के शामिल थे. इस पारी से भज्जी ने दिखा दिया था था कि वो बल्लेबाजी भी करना जानते हैं. अब जानते हैं आखिर ये रिकॉर्ड क्यों खास रहा..
आखिर क्यों खास है भज्जी का ये रिकॉर्ड?
हरभजन सिंह ने लगातार 2 टेस्ट में 2 शतक ठोके थे, वो भी नंबर 8 पर बैटिंग करते हुए. ऐसा उनसे पहले टेस्ट में कोई भी नहीं कर पाया था और उनके बाद भी इस कारनामे को कोई नहीं दोहरा पाया है. भज्जी के नाम टेस्ट क्रिकेट के लगातार 2 मैचों में नंबर 8 पर बैटिंग करते हुए शतक लगाने का रिकॉर्ड एक तरह से अमर है. ये रिकॉर्ड देखकर लगता है कि अगले कई सालों तक ऐसे हालात बनना मुश्किल है, कोई खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट में नंबर 8 पर आकर लगातार 2 मैचों में शतक ठोक दे.
नंबर 8 पर टेस्ट में शतक लगाने वाले खिलाड़ियों में कई दिग्गज
वैसे टेस्ट क्रिकेट में नंबर 8 पर शतक लगाने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में कई बड़े नाम हैं. न्यूजीलैंड के डेनियल विटोरी ने नंबर 8 पर बैटिंग करते हुए सबसे ज्यादा 5 शतक जमाए हैं. भारत के आर अश्विन के नाम टेस्ट में नंबर 8 पर बैटिंग करते हुए 4 शतक दर्ज हैं. जेसन होल्ड ने 3 बार ये कमाल किया है. वहीं पाकिस्तान के कामरान अकमल ने 3 बार नंबर 8 पर बैटिंग करते हुए सेंचुरी जमाई है. एमएस धोनी ने 2 और हरभजन सिंह ने 2 बार ये कमाल किया है.
कैसा रहा हरभजन सिंह का क्रिकेट करियर (Harbhajan Singh Record)
भारतीय क्रिकेट के महान गेंदबाजों में शामिल हरभजन सिंह का क्रिकेट करियर बढ़िया रहा है. 3 जुलाई 1980 को जन्मे इस खिलाड़ी ने साल 1998 में टीम इंडिया के लिए डेब्यू किया. आखिरी बार वो भारत के लिए 2015 में खेले थे. टेस्ट के 103 मैचों में उनके नाम 2225 रन के साथ 417 विकेट दर्ज हैं. वहीं वनडे के 236 मैचों में 269 शिकार किए और बल्ले से 1237 रन बनाए. टी20 के 28 मैचों में 108 रन बनाए और गेंद से 25 बल्लेबाजों को आउट किया.
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें