संतोष गुप्ता, जशपुर। लगातार जिलें में आदीवासियों की जमीन की बिक्री रसूखदार लोगों द्वारा कानून को तांक पर रख कर गलत तरीके से की जा रही है. इस मामले की शिकायतें लंबे समय से आ रही हैं, जिसको लेकर कलेक्टर नीलेशकुमार महादेव क्षीरसागर ने कलेक्टोरेट सभा कक्ष में आयोजित समय-सीमा की बैठक ली है.

 

जिसमें कलेक्टर ने कहा कि जिले में आदिवासियों की भूमि की खरीदी बिक्री के मामले में गड़बड़ी की शिकायतें मिल रही हैं. आदिवासी किसान की जमीन को आदिवासी के नाम पर ही खरीदे और बेचे जाने के पीछे की वास्तविक स्थिति क्या है, इसकी जांच जरूरी है. उन्होंने अधिकारियों को ऐसे मामलों की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है.

कलेक्टर ने जशपुर जिले में बीते 5 सालों में आदिवासी वर्ग के लोगों द्वारा अपने ही समुदाय के लोगों को बेची गई जमीन की मौके पर जाकर गहन जांच पड़ताल के निर्देश राजस्व अधिकारियों को दिए.

कलेक्टर ने बैठक में स्पष्ट रूप से कहा कि आदिवासियों की जमीन की अफरा-तफरी के मामले में किसी को किसी भी तरह की रियायत नहीं दी जाएगी, चाहे वह कितना ही रसूखदार क्यों न हो. उन्होंने कहा कि यदि किसी आदिवासी की जमीन को किसी आदिवासी ने खरीदा हो और उसका उपभोग अन्य वर्ग का व्यक्ति कर रहा हो तो यह निश्चित ही गलत और चिन्तनीय है.

उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में तत्काल धारा 170 (ख) का मामला कायम किया जाना चाहिए. कलेक्टर ने अधिकारियों को ऐसे मामलों में स्व विवेक से 170(ख) का प्रकरण कायम कर मुल स्वामी को भूमि लौटाने की कार्रवाई के निर्देश दिए है।