Bihar Voter List Controversy: बिहार में चुनाव आयोग द्वारा बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision) प्रक्रिया को लेकर जमकर सियासत हो रही है. विपक्षी दल केंद्र सरकार और चुनाव आयोग पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. महागठबंधन दल के नेता इस मसले पर गंभीर चिंताएं व्यक्त की हैं.
इधर, मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण पर जब सियासी पारा हाई हुआ तो मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) ज्ञानेश कुमार ने स्पष्ट किया है कि यह प्रक्रिया तय समय पर और पूरी पारदर्शिता के साथ पूरी की जाएगी. बिहार में विशेष मतदाता सूची संशोधन तय कार्यक्रम के अनुसार चल रहा है. इसमें चुनाव कर्मियों और राजनीतिक दलों की सक्रिय भागीदारी है. कुछ लोगों की आशंकाओं के बावजूद यह प्रक्रिया यह सुनिश्चित करेगी कि सभी योग्य मतदाताओं को जोड़ा जाए.
Bihar Voter List Controversy: मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार के बयान पर जदयू नेता नीरज कुमार की प्रतिक्रिया आई है. नीरज कुमार ने कहा कि मतदाता पुनरिक्षण का कार्य चुनाव आयोग का है और हमारी उम्मीद चुनाव आयोग से केवल और केवल इतनी है कि कोई भी व्यक्ति जिसे भारत के संविधान के तहत मतदान करने का अधिकार प्राप्त है, वह छूटे नहीं. जिसमें भी पात्रता है, वह वोट देने का अधिकारी है तो उन्हें यह अधिकार मिलना चाहिए. इसके लिए जो भी आवश्यक शर्ते हैं उनका भी अवलोकन किया जाना चाहिए.
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