Bihar Voter List Controversy: बिहार में चुनाव आयोग द्वारा बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision) प्रक्रिया को लेकर जमकर सियासत हो रही है. पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने इसके खिलाफ बड़ा आंदोलन करने की बात कही है. जिसको लेकर बीजेपी सांसद संजय जायसवाल ने पलटवार किया है.

दरअसल, पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव कहा कि चुनाव आयोग जो कर रहा है, उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और हम लोग एक बड़े आंदोलन की घोषणा करने जा रहे हैं. हम लोग बिहार के गरीब जनता के लिए जान भी देना पड़े, तो हम लोग जान देने को तैयार हैं. 

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भाजपा सांसद संजय जायसवाल ने कहा कि पप्पू यादव हमेशा बूथ लूट कर विधायक बनते रहे हैं. इस बार उन्हें तेजस्वी यादव का आशीर्वाद प्राप्त था. तेजस्वी यादव ने जानबूझकर एक साजिश के तहत एक अति पिछड़ा समाज की बेटी को चुनाव लड़ाया जिससे वोट बट जाएं. जहां तक बात है पुनरीक्षण की तो 5 करोड़ लोगों को पुनरीक्षण की कोई आवश्यकता नहीं है.

पुनरीक्षण को लेकर विधवा विलाप कर रहे हैं

Bihar Voter List Controversy: संजय जायसवाल ने कहा कि 70 से 80 लाख लोगों को दस्तावेज दिखाने पड़ेंगे. जो लोग पढ़ते नहीं हैं, कुछ जानते नहीं है और जो लोग मान चुके हैं कि वे बिहार विधानसभा चुनाव 2025 हार गए हैं, वही लोग इस पुनरीक्षण को लेकर विधवा विलाप कर रहे हैं. लालू यादव जैसे बड़े घोटालेबाज के सत्ता में रहते हुए भी यदि कोई घोटाला पुनरीक्षण में नहीं हुआ तब अब क्यों कोई गड़बड़ होगी?”

चुनाव आयोग अलादीन का चिराग नहीं है

बता दें कि पप्पू यादव ने कहा कि चुनाव आयोग भगवान नहीं है, अलादीन का चिराग नहीं है. अब आर पार की लड़ाई होगी. अरविंद केजरीवाल के बिहार में अकेले चुनाव लड़ने पर कहा कि सबको अधिकार है, लेकिन रस्सी जल गया, ऐंठन नहीं गया. 

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