प्रतीक चौहान. रायपुर. बिजुरी का त्रिपाठी परिवार 1 साल से लड्डू गोपाल की सेवा कर रहा है और जहां भी ये परिवार जाता है लड्डू गोपाल को अपने साथ लेकर जाता है. चंद दिनों पहले ये परिवार वृंदावन गया था, जहां वे लड्डू गोपाल जी को साथ लेकर गए थे. लेकिन वापसी में लौटते वक्त ट्रेन में ही लड्डू गोपाल छूट गए. सहयात्री डॉ नाजिया ने उनकी मदद की और लड्डू गोपाल को पूरी आस्था के साथ रायपुर में मौजूद त्रिपाठी परिवार के परिजनों को सौंपा और अब रायपुर गुढ़ियारी के डॉ विकास अग्रवाल ने आरपीएफ से लड्डू गोपाल को उनके घर भिजवाने के लिए मदद मांगी है.


कहते है न आप किसी की मदद करेंगे तो आपको इसका फल जरूर मिलेगा… ऐसा ही कुछ हुआ त्रिपाठी परिवार के साथ. बुधवार को वृंदावन से जब ट्रेन रवाना हुई तो सहयात्री डॉ नाजिया की टिकट को लेकर कोई तकनीकी दिक्कते हुई. जिसके बाद उक्त परिवार ने डॉ नाजिया की मदद की और उनकी ऑन लाईन टिकट बना दी. यही कारण है कि इसी दौरान डॉ नाजिया और त्रिपाठी परिवार के बीच नंबरों का आदान-प्रदान हुआ. इसके बाद वे अनूपपुर रेलवे स्टेशन में उतर गए. लेकिन हड़बड़ी में उतरते समय लड्डू गोपाल ट्रेन की बर्थ में ही छूट गए.
इसके बाद त्रिपाठी परिवार ने डॉ नाजिया को फोन किया और निवेदन किया कि वे उनके लड्डू गोपाल की सुरक्षा करें और रायपुर में उनके परिजनों को सौंप दे. रायपुर स्टेशन में जैसे ही ट्रेन पहुंची, परिजनों से पहले डॉ नाजिया लड्डू गोपाल को ससम्मान प्लेटफार्म में लेकर खड़ी थीं और फिर उन्होंने लड्डू गोपाल परिजनों को सौंप दिया.
लड्डू गोपाल की सेवा में कोई कमी न रहे, इसलिए उक्त परिजन ने गुढ़ियारी के डॉ विकास अग्रवाल के घर लड्डू गोपाल को रखा गया. उक्त परिजन डॉ अग्रवाल के घर ही किराये से रहते है. इसके बाद अब डॉ अग्रवाल ने आरपीएफ से ससम्मान बिजुरी भिजवाने के लिए मदद मांगी है.
देवशयनी एकादशी के बाद भी जा सकते है और पहले भी
लल्लूराम डॉट कॉम ने बिजुरी के विजय चंद्र त्रिपाठी से बातचीत की, उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी और उनका पूरा परिवार पिछले 1 वर्षों से लड्डू गोपाल की सेवा कर रहा है और वे सारे नियमों का पालन करते है. वे कहते है कि 6 जुलाई को देवशयनी एकादशी है, जिसके बाद देव 4 महीने के लिए शायनकाल में चले जाते है. यदि इस दौरान यदि लड्डू गोपाल बिजुरी जाएंगे तो भी उनके पालन किए जा रहे नियम नहीं टूटेंगे और यदि आज या कल यानी 4 या 5 जुलाई को ट्रेन से रवाना होंगे तो उनकी नियमों के मुताबिक सेवा जरूरी है.
वे कहते है कि यदि किसी कारण से आरपीएफ उनकी मदद नहीं कर पाती तो वे खुद अपने लड्डू गोपाल को लेने रायपुर आएंगे.
क्या कहा RPF ने
इस संबंध में लल्लूराम डॉट कॉम ने दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन के आईजी मुन्नवर खुर्शीद से संपर्क किया. निरीक्षण में व्यस्त होने के कारण उनसे बातचीत नहीं हो सकी, लेकिन उन्होंने ये कहा कि इस मामले में आरपीएफ से मदद मांगी गई है तो वे मदद जरूर करेंगे.
रायपुर आरपीएफ पोस्ट के इंस्पेक्टर कर्मपाल सिंह गुर्जर ने कहा कि डॉ अग्रवाल ने संपर्क कर मदद मांगी है, बिजुरी जाने वाली ट्रेन में ससम्मान लड्डू गोपाल जा सके, इसका वे पूरा प्रयास कर रहे है.