अमृतसर। शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया की आय से अधिक संपत्ति मामले में आज (6 जुलाई, 2025) मोहाली कोर्ट में पेशी होनी है. उनका 4 दिन का पुलिस रिमांड आज खत्म हो रहा है. विजिलेंस और रिमांड बढ़ाने की मांग कर सकती है. इस मामले में आगे की जांच से और खुलासे होने की संभावना है.
पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने 25 जून को उनके खिलाफ मामला दर्ज कर अमृतसर और चंडीगढ़ स्थित उनके आवासों पर छापेमारी की थी. इस दौरान 540 करोड़ रुपये की वित्तीय अनियमितता का खुलासा हुआ. मजीठिया को 25 जून को अमृतसर से गिरफ्तार किया गया था और 26 जून को मोहाली कोर्ट में पेशी के बाद उन्हें 7 दिन का रिमांड मिला था.
छापेमारी में क्या बरामद हुआ?
विजिलेंस ने छापेमारी के दौरान 29 मोबाइल फोन, 5 लैपटॉप, 3 आईपैड, 2 डेस्कटॉप, 8 डायरी और अन्य दस्तावेज जब्त किए. जांच में मजीठिया परिवार की उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में स्थित सराइया डिस्टिलरी की भी जांच की गई. विजिलेंस ने कोर्ट में दावा किया कि मजीठिया जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं. उनकी शिमला, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में संपत्तियों का भी जिक्र किया गया.
26 जून को हुई थी पहली पेशी
25 जून को दर्ज मामले के बाद 26 जून को पहली पेशी हुई, जहां 7 दिन का रिमांड मिला. 2 जुलाई को रिमांड खत्म होने पर मोहाली कोर्ट ने 4 दिन का रिमांड और बढ़ाया. इस बीच, 27 जून को पूर्व डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय का बयान दर्ज हुआ, जो 2021 में पंजाब डीजीपी थे. उस समय मजीठिया के खिलाफ एनडीपीएस का मामला दर्ज हुआ था. 28 जून को ईडी के पूर्व डिप्टी डायरेक्टर निरंजन सिंह ने भी विजिलेंस मुख्यालय में बयान दर्ज करवाया. उन्होंने 2013 में ड्रग तस्करी और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मजीठिया से पूछताछ की थी, जहां ड्रग तस्कर जगदीश भोला और अन्य आरोपियों ने उनके नाम का जिक्र किया था.