कुंदन कुमार/ पटना। चर्चित व्यवसायी गोपाल खेमका हत्याकांड की गुत्थी आखिरकार सुलझ गई है। पटना पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई में इस सनसनीखेज हत्याकांड के मुख्य शूटर उमेश यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है। उमेश को पटना सिटी के मालसलामी इलाके से दबोचा गया। उसके साथ तीन अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया गया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, गिरफ्तार शूटर उमेश उर्फ विजय से पूछताछ में खुलासा हुआ है कि गोपाल खेमका की हत्या एक सुपारी किलिंग थी। उसे इस हत्या के लिए 10 लाख रुपये की सुपारी दी गई थी। अब तक उसे केवल 10 हजार दिए गए थे, शेष राशि घटना के बाद मिलने वाली थी।

1 लाख नकद बरामद किया

गिरफ्तारी के बाद उमेश की निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल की गई स्कूटी, पिस्तौल, 80 जिंदा कारतूस, एक मोबाइल और 1 लाख नकद बरामद किया है। वारदात को अंजाम देने के बाद उमेश पास ही स्थित पटना म्यूजियम के सामने उदयगिरी अपार्टमेंट में छिप गया था। सोमवार को एसटीएफ और पटना पुलिस ने अपार्टमेंट में छापेमारी कर दो अन्य संदिग्धों को भी पकड़ा।

पूछताछ के लिए उठाया

चौंकाने वाली बात यह है कि जिस अपार्टमेंट में शूटर ने शरण ली, वहां पटना के कई प्रमुख व्यापारी, अधिकारी और वीआईपी लोग रहते हैं। यही नहीं, पुलिस ने पटना जंक्शन से भी एक संदिग्ध को हिरासत में लेकर उदयगिरी अपार्टमेंट लाकर तीन अन्य को पूछताछ के लिए उठाया है।

आठ संदिग्धों से पूछताछ की थी

सूत्रों के अनुसार, पटना पुलिस ने इस मामले में आठ संदिग्धों से पूछताछ की थी, जिनमें बेऊर जेल में बंद एक कुख्यात अपराधी भी शामिल है। उसी से मिली सूचना के आधार पर शूटर तक पहुंचने में कामयाबी मिली।

असली साजिशकर्ता कौन?

हालांकि पुलिस ने अब तक यह नहीं बताया है कि हत्या के पीछे असली साजिशकर्ता कौन है और किसने सुपारी दी थी। पूरे मामले में पटना पुलिस आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकती है, जिसमें इस हाई-प्रोफाइल हत्याकांड से जुड़े बड़े खुलासे होने की उम्मीद है।