पटना। बिहार में बीते 24 घंटों के भीतर हुई चार अलग-अलग घटनाओं में कम से कम नौ लोगों की हत्या ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ये घटनाएं पूर्णिया, नालंदा, मुजफ्फरपुर और पटना जिलों में सामने आई हैं। कहीं अंधविश्वास में जान ली गई, तो कहीं मामूली विवाद खूनी संघर्ष में बदल गया।

एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या

पूर्णिया के टेटमा गांव में रविवार रात ग्रामीणों ने एक ही परिवार के पांच लोगों को जादू-टोना करने के संदेह में मौत के घाट उतार दिया। आरोप है कि हत्या के बाद शवों को झाड़ियों में ले जाकर जला दिया गया। डीआईजी प्रमोद कुमार मंडल ने बताया कि दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है और अन्य की तलाश जारी है।

बच्चों के विवाद में चली गोलियां

नालंदा के डुमरावां गांव में बच्चों के आपसी विवाद ने खूनी रूप ले लिया। रविवार रात दो परिवारों के बीच गोलीबारी हुई, जिसमें 17 वर्षीय हिमांशु कुमार और 16 वर्षीय अन्नू कुमारी की मौत हो गई। डीएसपी राम दुलार प्रसाद ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।

इंजीनियर की चाकू घोंपकर हत्या

मुजफ्फरपुर जिले के माड़ीपुर में सोमवार सुबह एक कनीय अभियंता मोहम्मद मुमताज की उनके घर में चाकू मारकर हत्या कर दी गई। घटना उस वक्त हुई जब उनका परिवार घर में मौजूद था। हत्या की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है।

कारोबारी को मारी गोली

पटना के खगौल इलाके में रविवार देर रात अज्ञात हमलावरों ने 50 वर्षीय कारोबारी अजीत कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस अधीक्षक (पश्चिम) भानु प्रताप सिंह ने बताया कि हत्या के पीछे की वजहों की जांच की जा रही है।

इन चारों घटनाओं में कानून-व्यवस्था की गंभीर तस्वीर सामने आई है, जहां अंधविश्वास, घरेलू विवाद और आपराधिक मानसिकता के कारण बेकसूर लोग अपनी जान गंवा बैठे हैं। पुलिस सभी मामलों की जांच में जुटी है।