म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) को अक्सर “स्मार्ट इन्वेस्टमेंट” कहा जाता है. लेकिन क्या हर निवेशक वाकई स्मार्ट होता है? सच्चाई यह है कि म्यूचुअल फंड में अधिकतर निवेशक वो गलतियां दोहराते हैं, जो पहले कई कर चुके हैं और उन्हीं गलतियों से सीखने की बजाय, वे उन्हें नजरअंदाज कर देते हैं. अगर आप भी म्यूचुअल फंड में निवेश करने जा रहे हैं या कर चुके हैं, तो यह रिपोर्ट आपकी आंखें खोल सकती है.

यहां जानिए वो 7 कॉमन लेकिन घातक भूलें जो आपके रिटर्न को नुकसान और रणनीति को खतरे में डाल सकती हैं:

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  1. बिना रिसर्च, आंख मूंदकर निवेश करना

कई लोग ऐप खोलकर पहला दिखाई देने वाला फंड खरीद लेते हैं या किसी दोस्त की सलाह पर पैसा डाल देते हैं.
लेकिन क्या आपने पूछा – यह फंड आपके फाइनेंशियल गोल से मेल खाता है या नहीं?

हर फंड का उद्देश्य अलग होता है:
कोई कैपिटल ग्रोथ के लिए
कोई टैक्स बचाने के लिए
कोई स्थिर इनकम के लिए होता है.

  1. पूरे पैसे को एक ही बास्केट में डालना

“All eggs in one basket” – यही सबसे बड़ी गलती है.
अगर मार्केट गिरा तो पूरा पोर्टफोलियो धराशायी हो सकता है.

स्मार्ट निवेशक क्या करते हैं?
इक्विटी, डेट, गोल्ड, लिक्विड फंड – इन सबका बैलेंस बनाते हैं.
इससे डाइवर्सिफिकेशन बढ़ता है और रिस्क घटता है.

3. रिस्क प्रोफाइल की अनदेखी

हर फंड में रिस्क होता है – लेकिन हर निवेशक का रिस्क सहनशीलता एक जैसी नहीं होती.
एक रिटायर्ड व्यक्ति और एक 25 साल का युवा एक जैसा फंड नहीं चुन सकते.
अगर आप हाई रिस्क फंड में पैसा लगाते हैं और गिरावट के समय घबरा जाते हैं, तो आपने पहले ही गलत निवेश किया.

    पहले तय करें:
    आप कितना नुकसान सह सकते हैं?
    क्या आप मार्केट वोलैटिलिटी झेल सकते हैं?

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    1. फंड्स की गलत तुलना

    आपने दो फंड्स देखे – एक ने 5 साल में 80% रिटर्न दिया, दूसरे ने 40% – क्या पहला बेहतर है?
    शायद नहीं!

    पहला फंड स्मॉल-कैप हो सकता है (ज्यादा रिस्क)
    दूसरा लार्ज-कैप या बैलेंस्ड हो सकता है (कम रिस्क)
    फंड का उद्देश्य, कैटेगरी, और रिस्क लेवल देखकर ही तुलना करें.

    1. पिछले रिटर्न के पीछे भागना

    कई निवेशक सिर्फ इस वजह से फंड खरीदते हैं क्योंकि उसने पिछले 6 महीनों में जबरदस्त रिटर्न दिया है. सच ये है:

    अच्छा प्रदर्शन कभी-कभी सिर्फ बाज़ार की लहर का हिस्सा होता है.
    हर फंड हर साल अच्छा नहीं करता.
    देखें: फंड ने 3 साल, 5 साल या मार्केट गिरने के समय कैसा प्रदर्शन किया.

    1. जरूरत से ज़्यादा उम्मीद रखना

    कुछ लोग सोचते हैं कि SIP शुरू करते ही 6 महीने में 30% रिटर्न आ जाएगा.
    म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) एक लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट है. यह शेयर बाजार से जुड़ा है और उतार-चढ़ाव इसका हिस्सा हैं.
    अगर आप धैर्य रखें, SIP को रुकने न दें, तो 10-15 साल में यह एक बड़ा फंड बना सकता है.

    1. डरकर या भावनाओं में बहकर फैसले लेना

    मार्केट गिरते ही कुछ लोग घबरा जाते हैं और फंड रिडीम कर लेते हैं.
    लेकिन याद रखें: गिरावट के बाद ही उछाल आता है.

    गलत समय पर निकासी = नुकसान पक्का
    मार्केट गिरने पर SIP जारी रखें
    जरूरत हो तो रिबैलेंस करें, लेकिन घबराकर नहीं

    ‘सोच-समझकर निवेश’ ही असली स्मार्ट इन्वेस्टमेंट है

    म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) एक शानदार इन्वेस्टमेंट टूल है – लेकिन तभी जब आप उससे सही तरीके से डील करें. इन 7 गलतियों से बचकर आप न सिर्फ पैसे बचा सकते हैं, बल्कि लंबी अवधि में संपत्ति निर्माण भी कर सकते हैं.