Lalluram Desk. ट्रैवल फूड सर्विसेज (TFS) – देश की सबसे बड़ी एयरपोर्ट फूड सर्विस कंपनी का 2000 करोड़ रुपये का IPO 7 जुलाई को खुला. तीन दिन के इस इश्यू की आखिरी तारीख 9 जुलाई है. यह पूरा इश्यू केवल ऑफर फॉर सेल (OFS) के रूप में लाया गया है, यानी कंपनी को सीधे फंड नहीं मिलेगा, बल्कि प्रमोटर्स अपनी हिस्सेदारी बेच रहे हैं.
इससे प्रमोटर समूह की हिस्सेदारी 100% से घटकर 86.2% रह जाएगी. पर क्या यह केवल लिस्टिंग गेन के लिए है, या कंपनी में असल ग्रोथ स्टोरी छिपी है? जानिए हर पहलू विस्तार से…
सब्सक्रिप्शन स्टेटस – उत्साह फीका, निवेशकों की सोच में संदेह
पहला दिन:
कुल सब्सक्रिप्शन: 11%
रिटेल कैटेगरी: 15%
NII (हाई नेटवर्थ): 14%
QIB (संस्थागत निवेशक): 7%
दूसरा दिन (सुबह 11:30 बजे तक):
कुल बुकिंग: 16%
रिटेल कैटेगरी: 22%, QIB में अब भी सुस्ती
ट्रेंड बता रहा है – निवेशक अभी पूरी तरह से आश्वस्त नहीं हैं.
GMP – Grey Market में भी गिरावट की उड़ान
अब का GMP: ₹16 (केवल 1.45% प्रीमियम)
पहले का उच्चतम GMP: ₹92
जैसे ही इश्यू खुला, GMP में जबरदस्त गिरावट देखी गई. यानी लिस्टिंग गेन को लेकर मार्केट का भरोसा हिला है.
IPO स्ट्रक्चर और प्राइसिंग
प्राइस बैंड: ₹1045 – ₹1100 प्रति शेयर
लॉट साइज: 13 शेयर (रिटेल इनवेस्टमेंट ~₹13,585)
कर्मचारी छूट: ₹104 प्रति शेयर की छूट
कर्मचारियों के लिए आरक्षित शेयर: 40,382
कंपनी का बिज़नेस मॉडल – फूड एंड फ्लाइट्स का मेल
TFS भारत की सबसे बड़ी एयरपोर्ट फूड सर्विस प्रोवाइडर है.
कुल 413 आउटलेट्स, जिसमें से 384 एयरपोर्ट्स पर हैं
14 भारतीय एयरपोर्ट्स + मलेशिया और हांगकांग में उपस्थिति
भारत में सबसे ज्यादा लाउंज ऑपरेट करने वाली कंपनी (37 लाउंज)
वित्तीय प्रदर्शन – आंकड़े चमकदार, लेकिन सतर्कता जरूरी
FY23 से FY25 के बीच:
राजस्व वृद्धि: 26% CAGR
नेट प्रॉफिट ग्रोथ: 23%
FY25 ऑपरेशनल रेवेन्यू: ₹1687.7 करोड़
FY25 नेट प्रॉफिट: ₹1067.2 करोड़
EBITDA मार्जिन: घटकर 40.1% (FY23 में 42.9% था)
LFL सेल्स ग्रोथ: FY23 – 166.6% → FY25 – केवल 4.6%
संकेत है कि ग्रोथ अब धीमी हो रही है, और पुराने टर्मिनलों से पैसेंजर घट रहे हैं.
मुख्य जोखिम – सीमित ग्राहक विविधता और एयर ट्रैफिक पर निर्भरता
TFS की 86% कमाई सिर्फ 5 एयरपोर्ट्स से होती है
यदि हवाई यातायात घटा (जैसे महामारी में हुआ था), तो रेवेन्यू सीधा प्रभावित होता है
ग्राहकों का भुगतान एडवांस में, सप्लायर्स को बाद में – इसलिए कैश साइकिल मजबूत है (वर्किंग कैपिटल निगेटिव में, जो पॉजिटिव है)
वैल्यूएशन – आकर्षक या खिंचाव वाला?
P/E रेशियो: ~38
P/S रेशियो: 8 (जबकि इंडस्ट्री एवरेज 2–8 के बीच)
कोई सीधा लिस्टेड प्रतिस्पर्धी नहीं, केवल QSR कंपनियों (जैसे Jubiliant, Devyani) से तुलना संभव है
क्या निवेश करें? अंतिम राय
पॉजिटिव्स:
मजबूत ब्रांड और मार्केट लीडरशिप
ऑर्गनाइज्ड ग्रोथ और अंतरराष्ट्रीय उपस्थिति
वित्तीय प्रदर्शन स्थिर
नेगेटिव्स:
पूरी तरह OFS – कंपनी को कोई नया फंड नहीं
GMP तेजी से गिरा, सब्सक्रिप्शन सुस्त
रेवेन्यू सिर्फ 5 एयरपोर्ट्स पर केंद्रित
एयर ट्रैफिक की अनिश्चितता
निवेश या इंतजार?
TFS का IPO हाई रिस्क-हाई रिवॉर्ड श्रेणी में आता है. यदि आप लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर हैं और एयर ट्रैफिक इंडस्ट्री में ग्रोथ पर विश्वास रखते हैं, तो आप लिमिटेड एक्सपोजर के साथ निवेश कर सकते हैं. वरना, कमजोर GMP और सीमित सब्सक्रिप्शन को देखते हुए वेट एंड वॉच बेहतर रणनीति हो सकती है.