पटना। बिहार में मानसून की रफ्तार थम गई है, जिससे प्रदेश भर में उमस और गर्मी ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले दो से तीन दिनों तक बारिश की संभावना बेहद कम है। इस दौरान अधिकतम तापमान में 1 से 2 डिग्री की बढ़ोतरी हो सकती है।

कई जिलों नहीं हुई बारिश

राजधानी पटना समेत कई जिलों में लंबे समय से बारिश नहीं हुई है। मंगलवार को गोपालगंज में अधिकतम तापमान 39.6°C, मोतिहारी में 37.8°C और पटना में 36.4°C रिकॉर्ड किया गया। फिलहाल 12 जिलों में हल्के बादल छाए रहने और कहीं-कहीं हल्की बारिश की संभावना जताई गई है, जबकि अन्य हिस्सों में मौसम शुष्क और गर्म बना रहेगा।

जुलाई में लगातार घट रही बारिश

मौसम विज्ञान केंद्र की रिपोर्ट के मुताबिक, 2020 से लगातार जुलाई और सावन के महीने में बारिश का पैटर्न कमजोर होता जा रहा है। इस वर्ष भी अब तक सामान्य से 42% कम बारिश दर्ज की गई है। पटना, बक्सर, भोजपुर, जहानाबाद, औरंगाबाद, छपरा समेत लगभग 20 जिलों में 50% तक बारिश की कमी पाई गई है।

मानसून की रफ्तार क्यों थमी?

वैज्ञानिकों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में फिलहाल कोई मजबूत सिस्टम सक्रिय नहीं है। साथ ही, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से आने वाली हवाओं के बीच टकराव न होने से मानसून निष्क्रिय बना हुआ है। मानसूनी ट्रफ लाइन के दक्षिण की ओर झुकने से झारखंड, ओडिशा और छत्तीसगढ़ में अधिक बारिश हो रही है।

राहत की उम्मीद कब?

मौसम विभाग का अनुमान है कि यह स्थिति 16 जुलाई तक बनी रह सकती है। हालांकि, 20 जुलाई के बाद मानसून के फिर से सक्रिय होने की संभावना जताई जा रही है। तब जाकर बिहार में बारिश लौट सकती है और लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है।