विक्रम मिश्र, लखनऊ. पिछले साल की घटना आपको याद ही होगी जब मुजफ्फरनगर की पुलिस ने 7 जुलाई 2024 को एक आदेश निकाला था. आदेश में कहा गया था कि कावड़ यात्रा के 240 किलोमीटर के रूट में जितने भी दुकानदार खाद्य पदार्थ बेचते है उनको अपना नेमप्लेट लगाना अनिवार्य होगा.
इस आदेश को योगी सरकार ने 9 जुलाई को पूरे उत्तर प्रदेश में लागू कर दिया था. जिस पर कड़ी आपत्ति भी लोगों ने जताई थी और मामले पर अदालत ने संज्ञान भी लिया था. लेकिन इस साल योगी सरकार की तरफ से किसी भी प्रकार का कोई भी आदेश जारी नहीं किया गया है. जिसमें दुकानदारों के नाम पता इत्यादि के बारे जानकारी देनी जरूरी हो.
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दूसरी तरफ पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों जैसे मुजफ्फरनगर, बागपत और मेरठ इत्यादि से ये जानकारी मिल रही है कि कुछ हिंदूवादी संगठन चलाने वाले लोग कावड़ रूट पर लगने वाली दुकानों पर जाकर चेकिंग के नाम पर उपद्रव कर रहे हैं. अब देखना ये होगा कि सरकार इस पर कोई कार्रवाई करती है या नहीं.
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