Ajmer News: अजमेर: राजस्थान के अजमेर शहर के आदर्शनगर थाना क्षेत्र में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां एक नाबालिग लड़की के साथ उसके मंगेतर द्वारा कथित तौर पर दुष्कर्म किया गया. पीड़िता के परिजनों ने 23 जून 2025 को आदर्शनगर थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें बताया गया कि उनकी बेटी की सगाई जिस युवक से हुई थी, उसी ने घर में घुसकर जबरदस्ती दुष्कर्म किया. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और उसे न्यायालय में पेश कर पीसी रिमांड पर भेज दिया.

जानकारी के अनुसार, घटना उस समय हुई जब पीड़िता के परिजन खेत पर काम करने गए थे और वह घर में अकेली थी. इसी दौरान आरोपी युवक, जो पीड़िता का मंगेतर है, मौके का फायदा उठाकर घर में घुसा और उसके साथ दुष्कर्म किया. वारदात के बाद डरी-सहमी पीड़िता ने परिजनों के घर लौटने पर उन्हें पूरी घटना बताई. परिजनों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई.पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज
पुलिस ने पीड़िता की शिकायत के आधार पर पॉक्सो एक्ट और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया. जांच अधिकारी एएसआई भूरी सिंह ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसे न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे पीसी रिमांड पर भेज दिया गया. पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल परीक्षण करवाया और उसके बयान दर्ज किए हैं.
घूसखोरी के मामले में पटवारी को 2 साल कारावास, जुर्माना
अजमेर एसीबी विशेष कोर्ट ने मंगलवार को 12 साल पुराने घूसखोरी के मामले में आरोपी पटवारी को 2 साल कारावास की सजा सुनाई तथा 5 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया. नवंबर 2013 में पटवारी को जयपुर एसीबी ने टोंक में रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था. सरकारी वकील एसएन चितारा के अनुसार जयपुर एसीबी टीम ने 26 नवंबर 2013 को टोंक निवासी पटवारी प्रहलाद गुर्जर को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था. कोर्ट में मंगलवार को सुनवाई हुई, जिसमें अभियोजन पक्ष की ओर से 17 गवाह और 25 दस्तावेज पेश किए गए. न्यायालय ने सुनवाई करते हुए पटवारी को 2 साल की सजा सुनाई. इसके साथ ही 5 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है. उल्लेखनीय है कि दो भाइयों ने एसीबी मुख्यालय में शिकायत देकर बताया था कि पिता की कृषि भूमि के नामांतरण खोलने की एवज में टॉक निवासी पटवारी प्रहलाद गुर्जर 20 हजार रुपए रिश्वत मांग रहा है. एसीबी टीम ने 26 नवंबर 2013 को 15 हजार रुपए रिश्वत लेते पटवारी को गिरफ्तार किया था.
जजों पर टिप्पणी मामले में कोचिंग संचालक 22 को अदालत में तलब
अजमेर न्यायिक मजिस्ट्रेट संख्या 2 अजमेर के पीठासीन अधिकारी मनमोहन चंदेल की अदालत में दृष्टि आईएएस कोचिंग संस्थान के संस्थापक पर मानहानि प्रकरण में मंगलवार को सुनवाई हुई. कोर्ट की ओर से इस मामले में कोचिंग संस्थान के संस्थापक आरोपी विकास दिव्यकृति को 22 जुलाई को अदालत के समक्ष पेश होने के आदेश जारी किए हैं. अभिभाषक अशोक सिंह रावत ने बताया कि मंगलवार को कोर्ट में आरोप पूर्व बहस दोनों पक्षों की ओर से पूरी हो गई. बहस के बाद न्यायाधीश ने 40 पेज के आदेश में परिवादी कमलेश मंडोलिया की ओर से पेश किए मानहानि परिवाद को आंशिक रूप से स्वीकार कर लिया. कोर्ट ने आरोपी विकास दिव्यकृति को कोर्ट में पेश होने के आदेश दिए हैं. मामले में अगली सुनवाई 22 जुलाई को होगी. पूर्व आईएएस अधिकारी और आईएएस कोचिंग संस्थान के संयोजक द्वारा जजों के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी मामले में कोर्ट ने प्रसंज्ञान लिया है. पूर्व में इस मामले में वकील कमलेश मंडोलिया के परिवाद पर न्यायिक मजिस्ट्रेट संख्या-2, के पीठासीन अधिकारी मनमोहन चंदेल की अदालत ने परिवाद दर्ज कर संबंधित पक्षों को नोटिस जारी किए गए थे.
शटडाउन से सप्लाई गड़बड़ाई, कई क्षेत्रों में 72 घंटे से जलापूर्ति नहीं हुई
अजमेर| बीसलपुर-अजमेर-पुष्कर पेयजल परियोजना के इंटेक पंप हाउस और थड़ोली पंप हाउस पर सोमवार को साढ़े तीन घंटे बंद हुई बिजली का असर मंगलवार शाम तक अजमेर शहर पर रहा. सोमवार के बाद मंगलवार शाम को कई कॉलोनियों में पानी नहीं आया. लोगों को बाजार से पानी के टैंकर मंगवाने पड़े. कई कॉलोनियों में पानी का अंतराल 72 घंटे से अधिक रहा लेकिन पानी नहीं आया. बीके कौल नगर में ढूंढा रहा रहा लीकेजः विनायक विहार बीके कौल नगर में गन्दा और बदबूदार पानी की सप्लाई रोकने के लिए जलदाय विभाग की टीमें लीकेज ढूढ रहीं है. इसके लिए कई कनेक्शन भी काटे गए हैं. एक जगह सीवरेज का पानी भी पानी की पाइप लाइन में लीक होकर जाता पाया गया. कई जगह गहरा गड्डा खोदकर लीकेज की जांच की गई. विभाग के अधिकारियों के अनुसार समस्या का स्थाई समाधान किया जाएगा.
स्नातक प्रथम सेमेस्टर प्रवेशः मेरिट में आए छात्रों का दस्तावेज सत्यापन शुरू
अजमेर एसपीसी जीसीए और जीजीसीए कॉलेजों में मंगलवार से बीए, बीएससी, बीकॉम प्रथम वर्ष में प्रवेश के लिए दस्तावेज सत्यापन का कार्य शुरू हो गया है. यह कार्य 11 जुलाई तक चलेगा. एसपीसी जीसीए में 8 और जीजीसीए में एक काउंटर पर यह कार्य किया जा रहा है. दोनों ही कॉलेजों में एडमिशन के लिए स्टूडेंट्स की पहली मेरिट एवं वेटिंग सूची जारी कर दी गई है. दस्तावेज सत्यापन एवं विषय आवंटन का कार्य शुरू कर दिया है. एसपीसी जीसीए के प्रिंसिपल डॉ. मनोज बहरवाल ने बताया कि कॉलेज में आठ काउंटरों पर फॉमों की जांच की जा रही है. सत्यापन के बाद छात्र छात्राएं अपनी फीस जमा करवा सकेंगे. इधर, राजकीय कन्या महाविद्यालय में भी बीए, बीएससी, बीकॉम प्रथम वर्ष में प्रवेश के लिए दस्तावेज सत्यापन का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है. संयोजक अलका पंवार ने बताया कि इसके लिए 6 अलग-अलग काउंटर लगाए गए हैं. शंका के समाधान के लिए दो हेल्प डेस्क भी बनाई गई हैं. प्रिंसिपल डॉ. मंजुश्री गुप्ता ने बताया कि 10 जुलाई को कॉलेज में आरपीएससी की प्रतियोगी परीक्षा का केंद्र है. इसके चलते स्नातक प्रथम सेमेस्टर के आवेदन पत्र महाविद्यालय के बजाय सावित्री बालिका प्राथमिक विद्यालय में प्रातः 10 से दोपहर 3 बजे तक जमा किए जाएंगे.