भुवनेश्वर : ओडिशा चालक महासंघ के तहत हज़ारों वाणिज्यिक वाहन चालकों द्वारा शुरू किया गया अनिश्चितकालीन ‘स्टीयरिंग व्हील छोड़ो’ विरोध प्रदर्शन गुरुवार को तीसरे दिन भी जारी रहने के कारण ओडिशा ईंधन संकट की आशंका से जूझ रहा है।

इस आंदोलन से राज्य भर में पेट्रोल और डीज़ल का परिवहन बुरी तरह बाधित हुआ है। चालक अपनी सात सूत्री माँगों पर अड़े हुए हैं, जिनमें सामाजिक सुरक्षा योजनाएँ, पेंशन प्रावधान, बीमा कवरेज और रोज़गार का नियमितीकरण शामिल है। उनके इस विरोध प्रदर्शन के कारण पारादीप की प्रमुख तेल रिफाइनरी से पेट्रोलियम टैंकरों की आवाजाही लगातार दो दिनों से रुकी हुई है, जिससे कई ज़िलों में ईंधन की भारी कमी हो गई है।

पेट्रोल पंपों पर ईंधन खत्म हो रहा है, जिससे लोग घबराहट में खरीदारी कर रहे हैं और लंबी कतारें लग रही हैं। कुछ पेट्रोल पंपों में ईंधन खत्म हो चुका है, जबकि अन्य में तेज़ी से ईंधन खत्म होने वाला है। कटक के एक ईंधन विक्रेता ने कहा, “48 घंटों में कोई टैंकर नहीं आया है। हमें अपना काम बंद करना पड़ सकता है।”

यदि गतिरोध जारी रहा तो आने वाले दिनों में ओडिशा में आवश्यक सेवाओं, दैनिक यात्रियों और ईंधन पर निर्भर उद्योगों को गंभीर व्यवधान का सामना करना पड़ सकता है।