Bihar News: मतदाता पुनरीक्षण के खिलाफ कल बुधवार 9 जुलाई को महागठबंधन ने बिहार बंद बुलाया था. इस दौरान प्रदेश भर में बंद का मिला जुला असर देखने को मिला। जगह-जगह राजद और विपक्षी दल के नेता और कार्यकर्ता सड़क जाम कर प्रदर्शन करते नजर आए।
प्रदर्शन के दौरान का कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। कहीं, राजद नेता सड़क पर चादर बिछाकर बिहार बंद के समर्थन में प्रदर्शन करते नजर आए तो कहीं, भैंस की सवारी करते हुए नेता जी का वीडियो वायरल हुआ। ऐसा ही एक वीडियो मधुबनी के परसा बसुआरी रेलवे स्टेशन पर RJD नेताओं के प्रदर्शन का सामने आया है।
बैनर और झंडा लेकर भागने लगे लोग
वीडियो में दिख रहा है कि RJD नेता ट्रैक पर बैनर पोस्टर लेकर खड़े हैं। इसी दौरान सामने से ट्रेन आती है। पायलट ना ट्रेन की स्पीड कम करता है और ना ही रोकता है। सभी नेताओं को ट्रैक से बैनर-झंडे लेकर ट्रैक से भागना पड़ा।
ट्रैक पर प्रदर्शन के दौरान सभी नेता नारेबाजी भी कर रहे हैं। इस दौरान कुछ लोग ट्रेन के आने की लाइव कमेंट्री कर रहे थे। एक शख्स कहता है ट्रेन आ रही है। अब इसे रोकेंगे। दूसरा कहता है स्पीड ज्यादा है, लगता है नहीं रोक पाएंगे। जैसे ही ट्रेन पास आती है सभी हड़बड़ा जाते हैं, उन्हें लगा की पायलट ट्रेन रोक देगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। आखिरी में सभी को ट्रैक से हटना पड़ता है।
युवक को धमकाने का वीडियो भी वायरल
बिहार बंद के दौरान दरभंगा से एक विवादित वीडियो भी सामने आया है, जिसमें राजद के जिलाध्यक्ष बलदेव राम एक युवक को धमकाते दिख रहे हैं। वीडियो में वह कहते हैं, “1990 वाला लहर आएगा तो ऊपर से नीचे तक पटक कर मारेंगे।”
यह घटना जिले के धोईघाट इलाके की है। बिहार बंद के समर्थन में राजद कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे थे। इसी दौरान उन्होंने एक एंबुलेंस को रोक दिया, जिसमें एक मरीज को अस्पताल ले जाया जा रहा था। मरीज के परिजन रास्ता देने की गुजारिश करते रहे, लेकिन कार्यकर्ताओं ने नहीं सुना।
इसी बीच एक युवक ने इसका विरोध किया, तो राजद कार्यकर्ता उससे उलझ गए। कहा-सुनी के बाद धक्का-मुक्की शुरू हो गई। इसी दौरान जिलाध्यक्ष बलदेव राम ने गुस्से में धमकी भरे शब्द कहे।
सफाई में कही ये बात
जब मामला बढ़ा और वीडियो वायरल हुआ, तो बलदेव राम ने सफाई दी और कहा कि, “मैंने वह बात कही थी, लेकिन मामला कुछ और था। दो युवक मेरे पास आए और बोले कि अगर 10 हजार रुपए दोगे तो तुम्हारी खबर अच्छी चलाएंगे। मैंने मना किया तो धमकी देने लगे कि उल्टा खबर दिखाएंगे। इसी के बाद मैंने उन्हें वहां से जाने को कहा और 1990 वाला राजद याद दिलाने की बात की।”
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