पटना/सुल्तानगंज। सावन महीने की शुरुआत के साथ ही बिहार और झारखंड के बीच कांवर यात्रा का पवित्र सिलसिला शुरू हो गया है। बिहार के सुल्तानगंज से झारखंड के देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ धाम तक की यह यात्रा करीब 105 किलोमीटर लंबी होती है, जिसे श्रद्धालु पैदल तय करते हैं। इस बार राज्य सरकार ने कांवरियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए अभूतपूर्व व्यवस्थाएं की हैं।
टेंट सिटी और रेन शेल्टर
कांवरियों को ठहरने के लिए सुल्तानगंज, मुंगेर और बांका जिलों में टेंट सिटी बनाई गई हैं। सुल्तानगंज और खैरा में 200-200 बेड, धोबई में 200 और बांका के अबरखा में 600 बेड की जर्मन हैंगर टेंट सिटी की व्यवस्था की गई है। यहां पेयजल, बिजली, शौचालय, दर्पण, साफ-सफाई और कांवर स्टैंड की व्यवस्था है। वहीं, धांधी बेलारी, शिवलोक, चिहुतजोर, सुईया जैसे इलाकों में रेन शेल्टर बनाए गए हैं ताकि श्रद्धालु बारिश से बच सकें।
चिकित्सा व सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
पूरे कांवर पथ पर 18 मेडिकल कैंप, 80 कंट्रोल रूम, और सैकड़ों पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। बांका जिले में 2300 स्थायी बेंच, कांवर स्टैंड और 164 स्थानों पर 24 घंटे सुरक्षा बल की तैनाती की गई है। 312 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। अजगैबीनाथ मंदिर परिसर में नाइट विज़न कैमरे और अस्थायी थाना स्थापित किए गए हैं।
यातायात और पार्किंग व्यवस्था
कांवर पथ पर वाहनों के प्रवेश पर रोक है। सभी कांवरिया वाहन मुख्य मार्ग से होकर चलेंगे। सभी पार्किंग नि:शुल्क होगी। देवघर मंदिर से 3 किमी दूर दर्शनिया में भी फ्री पार्किंग की सुविधा है।
बस और ट्रेन कनेक्टिविटी
देवघर के लिए पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, रांची, दुमका आदि शहरों से सीधी बसें चलेंगी। सुल्तानगंज बस स्टैंड से हर 10 मिनट पर देवघर के लिए बस सेवा उपलब्ध है। इसके अलावा जसीडीह जंक्शन के जरिए देश के कई हिस्सों से ट्रेन कनेक्टिविटी भी मौजूद है।
श्रद्धालुओं के लिए गाइडलाइन
यात्रा के दौरान नशीले पदार्थों का सेवन न करें।
अपरिचित से कोई वस्तु या खाद्य पदार्थ न लें।
खुद का मोबाइल किसी को न दें।
सरकारी रेट से अधिक भुगतान न करें।
सुनसान व अंधेरे स्थानों से बचें।
सांस्कृतिक रंग और गंगा आरती
पूरे श्रावणी मेला अवधि में सुल्तानगंज, खैरा और अबरखा में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। आरडीएस कॉलेज में विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम और सुल्तानगंज में गंगा आरती का भी आयोजन होगा।
टोल फ्री हेल्पलाइन
कांवर यात्रा से संबंधित किसी भी समस्या के लिए टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 18003097677 जारी किया गया है। यह 24 घंटे कार्य करेगा।
अस्थाई पर्यटक सूचना केंद्र श्रावणी मेले के दौरान कांवर यात्रियों की सहायता के लिए निम्नलिखित स्थानों पर स्थापित किए गए हैं।
सुल्तानगंज स्टेशन
सुल्तानगंज बस स्टैंड
सुल्तानगंज (मुख्य क्षेत्र)
धांधी बेलारी
कुमरसार
धौरी
सूईया
अबरखा
कटोरिया
इनारावरण
दुम्मा
बासुकीनाथ पथ पर अन्य प्रमुख पड़ावों पर ये सूचना केंद्र कांवरियों को मार्गदर्शन, जानकारी और सहायता उपलब्ध कराने के लिए पूरे मेले के दौरान कार्यरत रहेंगे।
सावन में प्रमुख त्योहार और व्रत (2025)
11 जुलाई – श्रावण मास आरंभ
14 जुलाई – पहली सोमवारी
21 जुलाई – दूसरी सोमवारी
21 जुलाई – कामदा एकादशी व्रत
22 जुलाई – भौम प्रदोष व्रत
24 जुलाई – हरियाली अमावस्या
27 जुलाई – हरियाली तीज
28 जुलाई – तीसरी सोमवारी
29 जुलाई – नाग पंचमी
4 अगस्त – चौथी सोमवारी
5 अगस्त – पुत्रदा एकादशी व्रत
6 अगस्त – प्रदोष व्रत
9 अगस्त – सावन पूर्णिमा और रक्षाबंधन
इन त्योहारों और व्रतों के दौरान श्रद्धालु उपवास रखते हैं, भगवान शिव की पूजा करते हैं और विशेष रूप से सोमवार के दिन शिवलिंग पर जलाभिषेक करते हैं। सावन का महीना धार्मिक आस्था, भक्ति और पर्यावरण संरक्षण के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण होता है।
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