सारण, मशरक. मशरक का बहरौली पंचायत आज विकास में आत्मनिर्भर की मिशाल पेश कर दी है. दरअसल, यहां के मुखिया ने निजी खर्चे से घोघाड़ी नदी पर पुल का निर्माण करवा कर, आसपास के कई गांवों को आत्मनिर्भर बना दिया.

मुखिया ने निजी खर्चे से पुल बनाकर गांव की तस्वीर बदल दी है. जहां लोगों को आने-जाने के लिए कई परेशानियों को सामना करना पड़ता था, आज लोगों का आना-जाना आसान हो गया है.

बहरौली पंचायत के मुखिया अजीत सिंह ने घोघाड़ी नदी पर पुल के लिए सांसद, विधायक, एमएलसी सभी से कई बार गुहार लगाया. लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ. फिर निराश होकर मुखिया अजीत सिंह ने हार नहीं मानी और निजी राशि खर्च कर घोघाड़ी नदी पर पुल बनवा दिया.

पुल के बन जाने से हजारों ग्रामीणों को राहत मिली है. आने जाने की सुविधा सुगम हो गई है. पुल पर करीब 8 लाख रुपए की लागत आई है. यह पुल 70 फीट लंबा है, जिसमें 30 फीट का मुख्य पुल और 7 सायफन शामिल हैं.

पुल के बनने से दर्जनों गांवों को सीधे जोड़ने में मदद मिलेगी. स्थानीय लोगों के मुताबिक, एसएच 90 को डायरेक्ट 227 ए राम जानकी पथ से जोड़कर यह पुल रामबाण साबित होगा और विकास की रफ्तार को नई दिशा देगा.

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