योगेश पाराशर, मुरैना। मध्य प्रदेश के मुरैना में पंचायत सचिव और रोजगार सहायक की दबंगई का मामला सामने आया है। पोरसा जनपद के रायपुरा ग्राम पंचायत में गांव की सड़क की मांग लेकर आए ग्रामीणों को सचिव और राेजगार सहायक ने खुलेआम धमकी दी। उन्होंने कहा “पंचायत की शिकायत लेकर भोपाल वल्लभ भवन कलेक्टर और मंत्री के पास चले जाओ, मैं चाहूंगा तब ही सड़क बनेगी। नहीं चाहूंगा तो नहीं बनेगी। किसी अधिकारी के पास गए तो तुम्हारे गांव का रास्ता और पीडीएस दुकान से निशुल्क मिलने वाला राशन बंद करवा देंगे।” इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

सड़क की मांग पर हुआ बवाल

हैरतअंगेज घटनाक्रम 8 जुलाई का है, जब रायपुर ग्राम पंचायत में आयोजित हुई जनसुनवाई में खुर्द-भगत सिंह का पुरा गांव के दो दर्जन से ज्यादा ग्रामीण पहुंचे। ग्रामीणों ने जमीन पर बैठकर, सामने कुर्सियों पर बैठे रायपुर पंचायत के सचिव ओमवीर सिंह तोमर और रोजगार सहायक उमेश शर्मा को शिकायत सुनाई। इस दौरान पोरसा जनपद के वार्ड 11 से जनपद सदस्य सहित  ग्रामीणों से कहा कि हर साल बारिश में गांव की सड़क कीचड़ में बदल जाती है। अगर पंचायत मुरुम-मिट्टी भी नहीं डलवाती है तो वे शिकायत लेकर कलेक्टर के पास जाएंगे। 

रोजगार सहायक ने दी धमकी

यह सुनकर पहले तो रोजगार सहायक उमेश शर्मा भड़का और कहा, “तुम हमारा नुकसान करोगे तो जहां से निकलते हो वह हमारे की खेत हैं। कल से रास्ता बंद करवा देंगे।” इस घटनाक्रम का वीडियो किसी ग्रामीण ने अपने मोबाइल से बना लिया जो आज सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। 

सचिव ने कहा- कलेक्टर, मंत्री के पास चले जाओ, मैं नहीं चाहूंगा तो रोड नहीं बनेगी

वीडियो में पंचायत सचिव ओमवीर सिंह तोमर ग्रामीणों को कह रहा है, “तुम भोपाल में वल्लभ भवन चले जाओ, मुरैना में कलेक्टर या फिर किसी मंत्री के यहां भी क्यों न चले जाओ। सीधी बात सुन लो कि हम चाहेंगे तो तुम्हारी रोड बनेगी, हम नहीं चाहेंगे तो नहीं बनेगी।” सचिव यहीं नहीं रुका और कहने लगा “तुम्हारे आने-जाने की रास्ता बंद और करवा देंगे। विक्की से कहकर रास्ते में जेसीबी से गड्ढा और खुदवा देंगे, फिर निकलना किधर होकर निकलते हो।”

सचिव ने कहा- हमारी शिकायत करोगे तो हम कुछ नहीं करेंगे?

यह सुनकर एक ग्रामीण ने जवाब दिया “विक्की कहीं बाहर का है? उसे भी तो उस रास्ते से निकलना है। इस पर सचिव ग्रामीण से धमकी भरे लहजे में पूछा, “तुम हमें वहां से निकलने नहीं दोगे?” ग्रामीण में कहा, हम ऐसा नहीं कह रहे। इस पर सचिव ने जवाब दिया “तुम लोग नेतागिरी करोगे। हमारे खिलाफ शिकायत करने के लिए इधर-उधर भगोगे और हम कुछ नहीं करेंगे?”

बारिश से कीचड़ में बदल गई सड़क

खुर्द भगत सिंह का पुरा निवासी सियाराम बघेल ने कहा, “हमारे गांव की सड़क बारिश से कीचड़ में बदल गई है। सड़क के लिए हम पंचायत की जनसुनवाई में गए। वहां सचिव और रोजगार सहायक ने खुलकर धमकी दी कि तुम्हारे गांव का रास्ता बंद कर देंगे और कंट्रोल से मिलने वाले राशन को भी बंद करवा देंगे। इसकी शिकायत जनपद सीईओ से की है।”

भूखा मारने की दी धौंस: ग्रामीण

वहीं निवासी रामनरेश बघेल ने कहा, “गांव के 20-25 ग्रामीण अपनी शिकायत लेकर आए थे, हमारे गांव की सड़क इतनी खराब है कि पैदल नहीं निकला जा रहा। हमने कह दिया कि पंचायत सुनवाई नहीं करती, हम कलेक्टर की जनसुनवाई में जाएंगे। इसके बाद गांव का रास्ता बंद करने और पीडीएस दुकान से राशन बंद कर बच्चों को भूखे मारने की धौंस सचिव-रोजगार सहायक देने लगे।”

अपर कलेक्टर ने कहा- सीईओ जिला पंचायत से बात कर दंडात्मक कार्रवाई करने की बात

मुरैना अपर कलेक्टर सीबी प्रसाद ने कहा, “इस तरह का मामला सामने आया है। सीईओ जिला पंचायत से बात करता हूं कि इस मामले की जांच करें और दण्डात्मक कार्रवाई करें। जनसुनवाई में शिकायत लेकर आए ग्रामीणों को सचिव, रोजगार सहायक द्वारा इस तरह धमकाना बेहद गलत है। सड़क निर्माण ग्रामीणों का अधिकार है। अगर निर्माण में कोई कमी आ रही है तो पंचायत उसे दूर करने का कदम उठाए, इस तरह की भाषा शैली में बात करना तो गलत है।” 

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