Bitcoin crosses $116,000: क्रिप्टो बाजार ने एक बार फिर दुनिया को चौंका दिया है. बिटकॉइन, जिसे कभी केवल ‘डिजिटल प्रयोग’ माना जाता था, अब इतिहास रच चुका है. शुक्रवार रात यह पहली बार ₹1 करोड़ के पार पहुंच गया. डॉलर में इसका भाव $116,046 रिकॉर्ड किया गया — जो इसका अब तक का सर्वकालिक उच्चतम स्तर है.
इस उछाल के पीछे कोई संयोग नहीं है, बल्कि एक मजबूत राजनीतिक और आर्थिक कारण है — अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का खुला समर्थन और बिटकॉइन ETF में रिकॉर्डतोड़ संस्थागत निवेश.

Also Read This: बोनस और डिविडेंड की खबर से गरमाया ₹2 का शेयर
इतिहास कैसे बना? ट्रंप की नीति ने बदला ट्रेंड (Bitcoin crosses $116,000)
मार्च 2025 में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने क्रिप्टोकरेंसी के लिए एक “रणनीतिक डिजिटल रिजर्व” बनाने की घोषणा की थी. उन्होंने इसे “डॉलर का पूरक वैकल्पिक एसेट” के रूप में मान्यता दी.
इस बयान के बाद वॉल स्ट्रीट से लेकर सिलिकॉन वैली तक, बिटकॉइन ETF में निवेश की लहर चल पड़ी. Fidelity, BlackRock और JP Morgan जैसी संस्थाओं ने बिटकॉइन में बड़ी हिस्सेदारी ली.
Also Read This: झारखंड में 1 सितंबर से लागू होगी नयी उत्पाद नीति ; खुदरा शराब दुकानों का संचालन करेगी JSBCL, ऑडिट के बाद 500 शराब दुकानों में शुरू हुई बिक्री
ट्रेडर्स और संस्थागत निवेशक मैदान में एक साथ (Bitcoin crosses $116,000)
विश्लेषकों के अनुसार, यह पहली बार है जब रिटेल और संस्थागत निवेशकों दोनों ने मिलकर बड़ी खरीदारी की है. डिजिटएक्स रिसर्च की विश्लेषक लीना परमार कहती हैं: “बिटकॉइन में यह तेजी केवल क्रिप्टो में भरोसे का संकेत नहीं है, बल्कि यह वैश्विक वित्तीय ढांचे में बड़े बदलाव की शुरुआत है.”
ऑल्टकॉइन्स में भी जोश, पूरे क्रिप्टो बाजार में नई ऊर्जा (Bitcoin crosses $116,000)
बिटकॉइन की रफ्तार से अन्य क्रिप्टोकरेंसी को भी बल मिला है:
- Solana (SOL): 2% की बढ़त
- Dogecoin और Cardano: 5% तक की तेजी
- XRP और Litecoin (LTC): 3% की मजबूती
यह संकेत देता है कि बाजार अब केवल बिटकॉइन पर केंद्रित नहीं है, बल्कि पूरे क्रिप्टो इकोसिस्टम में विश्वास बढ़ा है.
Also Read This: 5.5 गुना सब्सक्रिप्शन, GMP में तेजी! क्या लिस्टिंग में मिलेगा तगड़ा रिटर्न
भारत में क्रिप्टो ऐप्स की डिमांड में उछाल, सरकार सोच में (Bitcoin crosses $116,000)
बिटकॉइन की इस ऐतिहासिक छलांग के बीच भारत में CoinDCX और Binance India जैसे प्लेटफॉर्म्स पर डाउनलोड और रजिस्ट्रेशन में 15% तक की बढ़त देखी गई है.
हालाँकि, भारत सरकार अभी भी क्रिप्टो को लेकर “अलर्ट मोड” में है. लेकिन देश की बड़ी क्रिप्टो कंपनियों ने एक बार फिर 30% टैक्स और 1% TDS में राहत की मांग की है. वित्त मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, सरकार इस पर नए सिरे से विचार कर सकती है.
Also Read This: ग्राहक बढ़े, बिक्री बढ़ी… फिर नहीं बढ़ा का मुनाफा…
बिटकॉइन की ताकत: अब तक का सबसे रिटर्न देने वाला डिजिटल एसेट (Bitcoin crosses $116,000)
- 5 साल पहले: $10,000 से कम
- अब: $116,046 यानी ₹1 करोड़+
- रिटर्न: 1000% से अधिक
- स्थिति: सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाला डिजिटल निवेश माध्यम
क्या अब भी निवेश करना सही होगा? (Bitcoin crosses $116,000)
क्रिप्टो विशेषज्ञ चेताते हैं कि इतनी ऊँचाई पर वोलैटिलिटी (उतार-चढ़ाव) अधिक हो सकती है. हालांकि, अमेरिका, यूरोप और मध्य पूर्व के कई देशों में बिटकॉइन को अब ‘डिजिटल गोल्ड’ के तौर पर देखा जा रहा है.
क्रिप्टो विश्लेषक विनय शेखावत कहते हैं: “यह सिर्फ एक कीमत नहीं है, यह क्रिप्टो के प्रति वैश्विक सोच की जीत है.”
बिटकॉइन ने केवल रिकॉर्ड नहीं तोड़ा, बल्कि डिजिटल संपत्ति की परिभाषा को भी पूरी तरह से बदल दिया है. अमेरिका का समर्थन, वैश्विक निवेश, और तकनीकी प्रगति — इन सभी ने बिटकॉइन को उस ऊँचाई तक पहुंचा दिया है जहाँ से वापसी संभव नहीं दिखती.
Also Read This: 18,000 की सैलरी बन सकती है 24,840: आठवां वेतन आयोग सरकारी कर्मचारियों के लिए झटका या जैकपॉट?
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें