Sawan 2025: सावन का महीना भगवान शिव की आराधना का सबसे श्रेष्ठ समय माना जाता है. इस पावन अवसर पर आइए जानते हैं शिव के पाँच ऐसे रहस्यमय रूपों के बारे में, जिनके पीछे ब्रह्मांड के गहरे रहस्य छिपे हैं.

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Sawan 2025

1. अर्धनारीश्वर

यह रूप शिव और शक्ति के मिलन का प्रतीक है. इसमें शिव का आधा शरीर स्त्री (पार्वती) का होता है. यह संदेश देता है कि सृष्टि की रचना केवल पुरुष और स्त्री ऊर्जा के संतुलन से ही संभव है.

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2. वीरभद्र

जब सती ने अपने पिता दक्ष के यज्ञ में अपमान सहा और योगाग्नि में देह त्याग दी, तब क्रोधित शिव ने वीरभद्र को उत्पन्न किया. यह रूप अधर्म के विनाश और धर्म की स्थापना का प्रतीक है.

3. भैरव

यह शिव का उग्रतम और तांत्रिक रूप है. काल भैरव समय, मृत्यु और भय पर नियंत्रण रखते हैं. सावन में इनकी साधना विशेष फलदायी मानी जाती है.

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4. पशुपतिनाथ

इस रूप में शिव समस्त प्राणियों के स्वामी होते हैं. वे केवल देवताओं के ही नहीं, बल्कि पशु, मानव और समस्त जीवन के रक्षक भी हैं. यह रूप करुणा और दया का प्रतीक माना जाता है.

5. नटराज

नृत्य करते हुए शिव, यानी नटराज, न केवल कला के, बल्कि संपूर्ण ब्रह्मांडीय लय के स्वामी हैं. उनका तांडव सृष्टि, स्थिति और संहार — तीनों को दर्शाता है.

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