अहमदाबाद के विमान हादसे में मारे गए लोगों के परिजन न्याय की गुहार लगा रहे हैं। 12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रहा एयर इंडिया का Boeing 787-8 विमान हादसे का शिकार हो गया था. इस विमान हादसे में 270 लोगों की जान चली गई थी. हादसे में जान गंवाने वाले पीड़ितों के परिजनों में से कई लोगों ने तो मुआवजा लेने का फैसला किया है जबकि एक परिवार ऐसा है जिसने कहा है कि वे बोइंग के खिलाफ मुकदमा करेंगे। वहीं मामले की जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद अब इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि शायद ये हादसा किसी तकनीकी गड़बड़ी के बजाए किसी किसी पायलट की गलती के कारण हुआ है. ये गलती शायद जानबूझकर की गई भी हो सकती है.

भारत के टॉप एविएशन एक्सपर्ट में से एक कैप्टन मोहन रंगनाथन ने ईंधन कटऑफ स्विच और कॉकपिट ऑडियो की घटनाओं की ओर इशारा करते हुए कहा है कि दुर्घटना जानबूझकर की गई कार्रवाई का नतीजा हो सकती है.

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जानबूझकर की गई दुर्घटना !

कैप्टन मोहन रंगनाथन ने इशारा किया है कि यह दुर्घटना कॉकपिट में जानबूझकर की गई कार्रवाई, संभवतः आत्महत्या, का नतीजा हो सकती है. एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक जब उनसे पूछा गया कि क्या पायलटों में से किसी ने जानबूझकर ईंधन बंद कर दिया था, जबकि वह पूरी तरह से जानता था कि ऐसा करने से दुर्घटना हो सकती है, तो कैप्टन रंगनाथन ने कहा ‘बिल्कुल, यह काम हाथ से ही करना पड़ता है.’

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इंजनों में फ्यूल बंद करना आसान नहीं

कैप्टन रंगनाथन से जब पूछा गया कि क्या ड्रीमलाइनर के इंजनों में फ्यूल बंद करने का कोई तरीका है, तो उन्होंने कहा कि ‘यह काम ऑटोमेटिक रूप से या बिजली गुल होने पर नहीं हो सकता क्योंकि फ्यूल सेलेक्टर्स स्लाइडिंग प्रकार के नहीं होते. इन्हें एक स्लॉट में रहने के लिए डिज़ाइन किया गया है, और इन्हें ऊपर या नीचे करने के लिए आपको इन्हें बाहर निकालना पड़ता है. इसलिए, अनजाने में इन्हें ‘बंद’ स्थिति में ले जाने की संभावना नहीं बनती. यह निश्चित रूप से जानबूझकर मैन्युअल रूप से ‘बंद’ करने का मामला है.’

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पायलट में एक की मेडिकल हिस्ट्री

उनका यह कमेंट भारत के विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) के 12 जून को हुए विमान हादसे की प्रारंभिक जांच प्रकाशित होने के मात्र 24 घंटे बाद आई है. इस हादसे में विमान में सवार 241 लोग और जमीन पर 19 अन्य लोग मारे गए थे. 2011 में बोइंग 787 ड्रीमलाइनर के व्यावसायिक सेवा में आने के बाद से यह विमान दुर्घटना पहली घातक दुर्घटना थी. कैप्टन रंगनाथन ने दावा किया कि एयर इंडिया के कई सेवारत पायलटों ने उन्हें बताया था कि विमान चालक दल के एक सदस्य की मेडिकल हिस्ट्री का पता था तथा वह दुर्घटना से पहले लंबी मेडिकल छुट्टी पर था.

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‘हम बोइंग के खिलाफ मुकदमा करने जा रहे’

अहमदाबाद की उद्यमी तृप्ति सोनी ने अपने भाई स्वप्निल (45), उनकी पत्नी योगा (44) और अपनी भाभी अल्पा (55) को इस हादसे में खो दिया। सोनी ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, ‘हम अमेरिका की एक कानूनी टीम की मदद से बोइंग के खिलाफ मुकदमा करने जा रहे हैं। हमने उस लॉ फर्म से इस मामले को लेकर चर्चा की है, जिसने विमान हादसे के पीड़ितों की ओर से ऐसे मुकदमे लड़े हैं।’ सोनी के परिवार ने एयर इंडिया द्वारा जारी किया गया मुआवजा दावा फॉर्म जमा नहीं किया है।

बता दें कि, एयर इंडिया ने कहा है कि 10 जुलाई तक उसने इस हादसे में जान गंवाने वाले 92 परिवारों को मुआवजा जारी कर दिया है और 66 अन्य लोगों के डाक्यूमेंट्स का वेरिफिकेशन भी कर लिया गया है।

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