ललित सिंह ठाकुर, राजनांदगांव | राजनांदगांव पुलिस ने एक बार फिर विश्वास और तकनीक का बेहतरीन उदाहरण पेश किया है. जिले की पुलिस ने विभिन्न थानों व चौकियों की मदद से 89 गुमशुदा मोबाइल फोन बरामद कर उनके असली मालिकों को लौटा दिए, जिनकी अनुमानित कीमत लगभग 10 लाख रुपये है.

CEIR पोर्टल से मिली मदद, दूसरे राज्यों से भी ढूंढे गए मोबाइल

इन गुम मोबाइलों को भारत सरकार के CEIR पोर्टल के माध्यम से ट्रैक किया गया, जिनमें से कई मोबाइल छत्तीसगढ़ के बाहर अन्य राज्यों से भी बरामद किए गए हैं.

पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग के मार्गदर्शन में यह अभियान चलाया गया. उन्होंने जिले के सभी थाना/चौकी प्रभारियों को गुम मोबाइल की खोजबीन के निर्देश दिए थे.

थाना बसंतपुर सबसे आगे, 30 मोबाइल किए बरामद

  • थाना बसंतपुर – 30 मोबाइल
  • थाना कोतवाली – 25 मोबाइल
  • थाना छुरिया – 5 मोबाइल
  • थाना गैंदाटोला – 5 मोबाइल
  • थाना डोंगरगांव – 6 मोबाइल
  • थाना सोमनी – 4 मोबाइल
  • थाना डोंगरगढ़ – 4 मोबाइल
  • थाना बागनदी – 3 मोबाइल
  • थाना घुमका – 2 मोबाइल
  • सायबर सेल – 5 मोबाइल

मोबाइल लौटने पर खिले चेहरों पर मुस्कान, जनता ने कहा धन्यवाद

जब गुम मोबाइल पाने की उम्मीद छोड़ चुके लोगों को पुलिस अधीक्षक के हाथों अपना फोन वापस मिला, तो उनके चेहरे पर खुशी और संतोष की चमक साफ झलक रही थी. मोबाइल धारकों ने पुलिस को धन्यवाद देते हुए इस अभियान की सराहना की.

मोबाइल केवल फोन नहीं, डाटा का खजाना – एसपी मोहित गर्ग

मोबाइल वितरण के दौरान एसपी मोहित गर्ग ने कहा कि “आज मोबाइल सिर्फ बातचीत का माध्यम नहीं रहा, इसमें बैंकिंग, फोटो, वीडियो, डॉक्यूमेंट्स, सोशल मीडिया और बिजनेस डेटा मौजूद रहता है. ऐसे में इसके गुम होने पर गलत हाथों में जाने का खतरा बना रहता है.”

उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि –

  • गुम होने पर **तत्काल सिम बंद करें.
  • मोबाइल में पासवर्ड और सेफ्टी फीचर्स सक्रिय रखें.
  • ‘Find My Device’ जैसे ऐप ज़रूर इंस्टॉल करें.
  • किसी अंजान व्यक्ति को मोबाइल न सौंपें.

पुलिस की अपील: गुम मोबाइल मिलने पर नजदीकी थाने में जमा करें

पुलिस ने आमजन से अपील की है कि गुम मोबाइल को अपने पास रखना या उपयोग करना अपराध है. यदि किसी को गुम मोबाइल मिलता है तो उसे नजदीकी थाना या साइबर सेल में जमा करें. CEIR पोर्टल के माध्यम से आप स्वयं भी गुम मोबाइल की शिकायत दर्ज कर, मोबाइल को ब्लॉक कर सकते हैं. इसके लिए मोबाइल का बिल, आधार कार्ड और गुमशुदगी का विवरण अपलोड करना होता है.