Tejashwi Yadav News: RJD नेता तेजस्वी यादव के सूत्र को मूत्र बताने पर सियासी संग्राम छिड़ गया है. जेडीयू और बीजेपी ने तेजस्वी यादव को घेर लिया है. जेडीयू ने कहा कि ये कैसी भाषा है, तेजस्वी इसी तरह की भाषा घर में भी इस्तेमाल करते होंगे. बीजेपी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि प्रेसवार्ता के दौरान राजद के चिराग तेजस्वी यादव द्वारा मीडिया को लेकर की गई अशोभनीय टिप्पणी अत्यंत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. इससे पहले भी वह अख़बारों को बंद करने की धमकी दे चुके हैं. यह आचरण पत्रकारिता की स्वतंत्रता, प्रेस की गरिमा और लोकतांत्रिक मूल्यों के पूरी तरह खिलाफ़ है. तेजस्वी यादव को तुरंत बिना शर्त माफ़ी मांगनी चाहिए. लोकतंत्र में सवाल पूछना अपराध नहीं, बल्कि ज़िम्मेदारी है.
ये सूत्र को हम मूत्र समझते हैं: तेजस्वी
दरअसल, रविवार को तेजस्वी यादव प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे. इसी दौरान सूत्रों के हवाले से बिहार मतदाता सूची में बांग्लादेश, नेपाल और म्यांमार के लोगों के नाम सामने आने के बारे में पूछे जाने पर तेजस्वी यादव ने विवादित बयान दे डाला. उन्होंने कहा, “ये सूत्र कौन हैं? ये वही सूत्र हैं जिन्होंने कहा था कि इस्लामाबाद, कराची और लाहौर पर कब्जा कर लिया गया है. ये सूत्र को हम मूत्र समझते हैं.
इन सभी विदेशियों ने पीएम मोदी को वोट दिया? तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने कहा कि SIR आखिरी बार 2003 में UPA सरकार में किया गया था. तब कई चुनाव हुए हैं. उन चुनावों में हम 3-4 लाख वोटों से हारे हैं. क्या इसका मतलब है कि इन सभी विदेशियों ने पीएम मोदी को वोट दिया? इसका मतलब है कि मतदाता सूची में किसी भी संदिग्ध तत्व के नाम जुड़ने के लिए NDA दोषी है. इसका मतलब है कि उन्होंने जो भी चुनाव जीते हैं, वे सभी धोखाधड़ी वाले रहे हैं.
बिहार और नेपाल का रोटी और बेटी का संबंध: तेजस्वी यादव
उन्होंने कहा कि जहां तक नेपाल की बात है तो बिहार और नेपाल का रोटी और बेटी का संबंध है. बिहार पुलिस में नेपाली लोग हैं, आर्मी में नेपाली लोग हैं. सुप्रीम कोर्ट ने जबसे मामले को संज्ञान में लिया है और जब से चुनाव आयोग को सलाह दी है. तब से उनके हाथ पांव फूले हुए हैं. अगर फर्जी वोटर हैं भी तो जिम्मेदारी किसकी है? चुनाव आयोग है और NDA सरकार की है. चुनाव आयोग राजनीतिक दल का प्रकोष्ठ बनकर काम कर रहा है.
तेजस्वी की समस्या यही है कि वे पढ़े-लिखे नहीं हैं: संजय जायसवाल
तेजस्वी यादव के बयान पर भाजपा सांसद संजय जयसवाल ने कहा कि मीडिया कर्मियों के सामने या किसी भी मनुष्य के बारे में इस तरह की टिप्पणियां केवल तेजस्वी यादव कर सकते हैं. तेजस्वी यादव की समस्या यही है कि वे पढ़े-लिखे नहीं हैं, जिस कारण उनके घऱ पर मौजूद लोग उन्हें (तेजस्वी यादव को) जो भी रटवाते हैं वह वही बोलते हैं, लेकिन यदि कोई उससे बाहर का प्रश्न आएगा तो वे इसी तरह का कचड़ा करेंगे. यह प्रेस का अपमान है. इस देश में प्रेस को हमेशा चौथा स्तंभ माना गया है. तेजस्वी यादव को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए, पश्चाताप करना चाहिए और इस बात की कसम खानी चाहिए कि जितना उन्हें घर में सिखाया जाएगा, उससे ज्यादा वे नहीं कहेंगे.
बिहार में नौकरी के ऐलान पर मायावती का हमला, कहा- ये घोषणा अच्छे दिन जैसी जुमलेबाजी लगती है
RJD के तमाम नेताओं में बौखलाहट: शांभवी चौधरी
LJP (रामविलास) सांसद शांभवी चौधरी ने कहा कि ये आश्चर्यजनक है कि वे इस प्रकार की भाषा का प्रयोग कर रहे हैं. राजनीति में किस प्रकार की भाषा का उपयोग होता है उनको इसकी जानकारी होनी चाहिए. लोग हमारी बात सुनते हैं, हम जनप्रतिनिधि हैं. हम बिहार का प्रतिनिधित्व करते हैं… RJD के तमाम नेताओं में बौखलाहट हो गई है.
तेजस्वी के बयान पप्पू यादव ने क्या कहा ?
वहीं RJD नेता तेजस्वी यादव के बयान पर पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने कहा कि सूत्र पर ही तो सब कुछ होता है. इसका मतलब है आप चुनाव आयोग को लेकर गंभीर नहीं हैं. चुनाव आयोग धृतराष्ट्र तो हो ही गया है. ना वे सुप्रीम कोर्ट की सलाह मान रहे हैं ना संविधान को मान रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें सलाह दी और साफ शब्दों में कहा कि किसी भी कीमत पर आप ये तय नहीं कर सकते हैं कि कौन भारतीय है कौन नहीं. संविधान के तहत काम करिए और आधार कार्ड सहित अन्य दस्तावेज को शामिल करिए.
Bihar News: बिहार में SIR पर बवाल, राजद नेता मनोज झा का बड़ा बयान, अमित शाह को घेरा
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करे
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें