क्यों रखा जाता है मंगला गौरी व्रत? जानिये महत्व

मंगला गौरी व्रत भगवान शिव को समर्पित है, यह व्रत सावन माह में प्रत्येक मंगलवार को रखा जाता है.

इस व्रत में माता पार्वती की पूजा की जाती है.

ऐसे में चलिए जानते है कि, मंगला गौरी व्रत क्यों रखा जाता है? और क्या है इसका महत्व...

पौराणिक कथा के अनुसार, माता पार्वती ने भगवान शिव को प्रसन्न करने और उनका प्रेम व आशीर्वाद पाने के लिए यह व्रत रखा था.

 इस व्रत को विवाहित महिलाएं अपने पति की दीर्घायु और घर में सुख-समृद्धि के लिए रखती हैं. 

मंगला गौरी व्रत सावन के प्रत्येक मंगलवार को रखा जाता है,इस व्रत का विशेष महत्व यह है कि यह व्रत सावन माह में आता है और भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित है

यह व्रत वैवाहिक जीवन के लिए अत्यंत लाभकारी और फलदायी है इसी प्रकार, अविवाहित कन्याएँ भी अपने उज्ज्वल भविष्य और अच्छे पति की प्राप्ति के लिए यह व्रत रख सकती हैं.

इस व्रत को रखने से सभी कष्ट दूर होते हैं और संतान सुख की प्राप्ति भी होती है

मंगला गौरी व्रत तिथि 2025 पहला व्रत: मंगलवार, 15 जुलाई 2025 दूसरा व्रत: मंगलवार, 22 जुलाई 2025 तीसरा व्रत: मंगलवार, 29 जुलाई 2025 चौथा व्रत: मंगलवार, 5 अगस्त 2025

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