चंडीगढ़. पंजाब सरकार ने एक बार फिर पुलिस विभाग में बड़े पैमाने पर पदोन्नति करते हुए 8 आईपीएस अधिकारियों को डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी) रैंक पर प्रमोशन दिया है। इनमें दो महिला अधिकारी भी शामिल हैं। इस पदोन्नति के बाद पंजाब पुलिस में डीजीपी रैंक के अधिकारियों की कुल संख्या बढ़कर 22 हो गई है, जो एक रिकॉर्ड है।

1994 बैच के अधिकारियों को मिली तरक्की

पंजाब सरकार ने 1994 बैच के 8 आईपीएस अधिकारियों को अतिरिक्त डीजीपी (एडीजीपी) से डीजीपी रैंक पर पदोन्नत किया है। प्रमोशन पाने वाले अधिकारियों में नरेश कुमार, राम सिंह, सुदंशु श्रीवास्तव, वी. चंद्रशेखर, अमरदीप सिंह राय, नीरजा वोहरा और अनीता पुंज शामिल हैं। विशेष रूप से, अनीता पुंज और उनके पति प्रवीण कुमार सिन्हा दोनों को डीजीपी रैंक पर पदोन्नति मिली है, जो पंजाब पुलिस में एक दुर्लभ उदाहरण है।

सभी अधिकारी वर्तमान में एडीजीपी पद पर तैनात

पदोन्नत किए गए सभी 8 आईपीएस अधिकारी वर्तमान में अतिरिक्त डीजीपी (एडीजीपी) रैंक पर तैनात हैं। नियमों के अनुसार, 18, 25 और 30 वर्ष की सेवा पूरी करने वाले आईपीएस अधिकारियों को क्रमशः इंस्पेक्टर जनरल (आईजी), एडीजीपी और डीजीपी रैंक पर पदोन्नति दी जा सकती है। भारत सरकार के कार्मिक विभाग (DoPT) के दिशानिर्देशों और 2010 में जारी अधिसूचना के अनुसार, पंजाब में डीजीपी के केवल दो स्वीकृत पद हैं एक पुलिस बल के प्रमुख के लिए और दूसरा होम गार्ड्स और सिविल डिफेंस के लिए।

पंजाब पुलिस में रिकॉर्ड संख्या में डीजीपी

इन 8 अधिकारियों की पदोन्नति के बाद पंजाब पुलिस में डीजीपी रैंक के अधिकारियों की संख्या 22 हो गई है, जो अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इससे पहले भी पंजाब सरकार समय-समय पर अधिकारियों को प्रमोशन देती रही है, लेकिन इस बार का फैसला खासा चर्चा में है।